नई दिल्ली। रोजगार के मोर्चे पर विपक्ष के वार झेल रही मोदी सरकार के लिए ताजा आंकड़े काफी राहत दे सकते हैं। देश में जुलाई महीने में करीब 14 लाख रोजगार का सृजन हुआ। यह 11 माह का उच्चतम स्तर है और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) योजना में नए अंशधारकों की संख्या सितंबर, 2017 से जुलाई 2018 के बीच 1.34 करोड़ रही। सीएसओ ने कहा कि जुलाई में ईएसआईसी संचालित स्वास्थ्य बीमा योजना से 13.97 लाख नए सदस्य जुड़े। यह सितंबर, 2017 के बाद किसी किसी एक महीने का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।
यह रिपोर्ट ईएसआईसी संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) में नामांकन पर आधारित है। हालांकि, आंकड़ों पता चलता है कि ईएसआईसी के साथ बीमित व्यक्ति या नामांकित कर्मचारियों की संख्या इस साल जुलाई में कुछ घटकर 2.77 करोड़ रह गई, जो सितंबर, 2017 में 2.95 करोड़ थी।
कर्मचारी राज्य बीमा कानून, 1948 उन प्रतिष्ठानों पर लागू होता है जिनके कर्मचारियों की संख्या 10 या अधिक है। स्वास्थ्य और बीमा संस्थानों के मामले में यह सीमा 20 की है। वेतन की सीमा 21,000 रुपये मासिक है। सीएसओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस योजना के अंशधारकों की संख्या से औपचारिक क्षेत्र में रोजगार के स्तर के बारे में जानकारी मिलती है।
रिपोर्ट में आगे ईपीएफओ के शुद्ध पे रोल के हिसाब से कहा गया है कि जुलाई में नए रोजगार सृजन का आंकड़ा 9.51 लाख रहा। इस तरह सितंबर, 2017 के बाद से नए नामांकन का आंकड़ा 61.81 लाख पर पहुंच गया। सीएसओ की रिपोर्ट के अनुसार सितंबर, 2017 से जुलाई, 2018 के दौरान राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के नए अंशधारकों की संख्या 6,48,779 व्यक्तियों की रही।