नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को कहा कि पिछले एक महीने में प्याज की घरेलू आपूर्ति बढ़ाने तथा कीमतों पर अंकुश रखने के लिए व्यापारियों ने 11,400 टन प्याज का आयात किया है। प्याज के दाम पिछले एक महीने के दौरान बढ़े हैं। एक सरकारी बयान के अनुसार एक ओर जहां 2,400 टन आयातित प्याज देश में आ चुका है वहीं बाकी 9,000 टन के जल्द ही बंदरगाहों पर पहुंचने की उम्मीद है।
प्याज की कीमत खुदरा बाजार में 35 से 40 रुपये किलो हो गई है जो एक महीना पहले 20 रुपये किलो के करीब थी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि सट्टेबाजी और अवांछित व्यापार गतिविधियों के कारण प्याज की कीमतें बढ़ी हैं। उपभोक्ता मामलों और वाणिज्य मंत्रालय ने प्याज की कीमत और इसकी उपलब्धता स्थिति के बारे में समीक्षा करने के लिए हाल में बैठक की। बयान में कहा गया कि इस बैठक में बताया गया कि करीब 2,400 टन प्याज देश में आ चुका है और बाकी 9,000 टन के जल्द ही आ जाने की उम्मीद है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा कि वह नियमित रूप से मूल्य स्थिति की समीक्षा करेगी और कीमत में बेतहाशा वृद्धि होती है तो वह सट्टेबाजी को कम करने के लिए निजी व्यापारियों के जरिये आयात करायेगी। मंत्रालय ने कहा कि वर्ष 2016-17 के लिये प्याज का उत्पादन अधिक यानी 217.2 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पहले भविष्यवाणी 215.6 लाख टन की हुई थी। मंत्रालय ने कहा कि प्याज की कीमत में वृद्धि का कोई औचित्य नहीं है लेकिन पिछले एक महीने में कीमत में वृद्धि हुई है। सट्टेबाजी और अनुचित व्यापार को हतोत्साहित करने के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने राज्यों को प्याज स्टॉक की अधिकतम सीमा लागू करने को अधिकृत किया है।