Monday, November 25, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. चार दिन में 1.6 लाख नई कंपनियों ने GSTN के तहत कराया पंजीकरण, इससे पहले नहीं कराया था कोई रजिस्‍ट्रेशन

चार दिन में 1.6 लाख नई कंपनियों ने GSTN के तहत कराया पंजीकरण, इससे पहले नहीं कराया था कोई रजिस्‍ट्रेशन

25 जून से GSTN में पंजीकरण के लिए 1.60 लाख नए आवेदन मिले हैं। इनमें से 53,000 आवेदनों को कारोबार के ब्योरे के साथ पूर्ण किया गया है।

Manish Mishra
Published on: June 29, 2017 16:06 IST
चार दिन में 1.6 लाख नई कंपनियों ने GSTN के तहत कराया पंजीकरण, इससे पहले नहीं कराया था कोई रजिस्‍ट्रेशन- India TV Paisa
चार दिन में 1.6 लाख नई कंपनियों ने GSTN के तहत कराया पंजीकरण, इससे पहले नहीं कराया था कोई रजिस्‍ट्रेशन

नई दिल्ली। पिछले चार दिन में 1.6 लाख नई कंपनियों ने वस्तु एवं सेवा कर (GST) के तहत पंजीकरण कराया है। इससे पहले इन कंपनियों ने वैट, सेवा कर या उत्पाद शुल्क के तहत पंजीकरण नहीं कराया हुआ था। जीएसटी नेटवर्क (GSTN) पोर्टल 25 जून को तीसरी बार नए करदाताओं और मौजूदा उत्पाद, सेवा कर और वैट के तहत पंजीकृत कारोबारियों के पंजीकरण के लिए खुला था। इसके बाद विभिन्न कारोबार एक जुलाई को GST के लागू होने से पहले अपना पंजीकरण करा रहे हैं।

यह भी पढ़ें : GST लागू होने के बाद भी जारी रहेगी ऑफर्स की बारिश, 30 जून की आधी रात से शुरू होगी बिग बाजार की SALE

GSTN के चेयरमैन नवीन कुमार ने कहा कि,

25 जून से 1.60 लाख पंजीकरण के नए आवेदन मिले हैं। इनमें से 53,000 आवेदनों को कारोबार के ब्योरे के साथ पूर्ण किया गया है। शेष प्रक्रिया में हैं।

नई इकाइयों को GSTN पोर्टल से पंजीकरण के लिए 25 जून से 30 दिन का समय दिया गया है। पंजीकरण के पहले दो चरणों में मौजूदा 80.91 लाख अप्रत्यक्ष करदाताओं में से 66 लाख ने जीएसटी नेटवर्क से अपना पंजीकरण कराया था।

यह भी पढ़ें : 7वें वेतन आयोग की भत्‍तों पर सिफारिशों को सरकार ने दी मंजूरी, 47 लाख कर्मचारियों को होगा फायदा

कुमार ने बताया कि चीनी और हीरा क्षेत्र की कई कंपनियां पहले राज्य सरकार के कर विभाग के पास पंजीकृत नहीं थीं, अब वे भी पंजीकरण करा रही हैं। हालांकि, 20 लाख रुपए तक के कारोबार वाली इकाइयों को GST से छूट है और उनके लिए पंजीकरण अनिवार्य नहीं है। इसके बावजूद ऐसे कारोबारी और विनिर्माता खुद का पंजीकरण करा रहे हैं जिससे कच्चे माल पर कर का लाभ आगे आपूर्ति श्रृंखला में लिया जा सकेगा।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement