Highlights
- घरेलू बाजार में सोना 54 हजार प्रति 10 ग्राम के पार चला गया
- सेकेंडरी मार्केट से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी कर सकते हैं निवेशक
- सॉवरन गोल्ड बॉन्ड पर 2.5 फीसदी का ब्याज दिया जाता है
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते घरेलू बाजार में सोना 54 हजार प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है। निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने में निवेश कर रहे हैं। इसलिए सोने की कीमत तेजी से बढ़ रही है। बीते 10 दिनों में सोने के भाव में करीब 5,000 रुपये की तेजी आ गई है। इसके चलते सोना 19 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि सोना जल्द ही आपना पिछला उच्चतम स्तर यानी 56 हजार प्रति 10 ग्राम के पार निकल सकता है। ऐसे में अगर आप सोना में निवेश करना चाहते हैं और ऊंची कीमत देखकर नहीं कर पा रहे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको बाजार दर से कम कीमत में सोना खरीदने का विकल्प बता रहे हैं। इसके जरिये आप सस्ते में सोना खरीदने के साथ ब्याज से भी कमाई कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि कैसे आप यह कर सकते हैं।
सेकेंडरी मार्केट से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी
सेबी इन्वेस्टमेंट एडवाइर और एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी ने इंडिया टीवी को बताया कि मौजूदा समय में कई एसजीबी डिस्काउंट पर मिल रहे हैं। यह कम लिक्विडिटी के कारण मिल रहा है। लिहाजा, बाजार कीमत से सस्ता सोना खरीदने का यह मौका है। हालांकि, वही, निवेशक सॉवेरन बॉन्ड खरीदें, जो इसे मैच्योरिटी तक होल्ड कर सकते हों। निवेशक सेकेंडरी मार्केट में एक्सचेंज के जरिये सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं। एसजीबी एक्सचेंज में लिस्टेड होता है। इसलिए यहां से इसकी खरीद-बिक्री होती है। हालांकि, निवेशक को एसजीबी खरीदने से पहले मैच्योरिटी पीरियड और यील्ड पर ध्यान देना चाहिए। कई एसजीबी 2023 में मैच्योर होने वाले है। यह निवेश के लिए बेहतर सौदा हो सकता है। मुझे लगता है कि सेकेंडरी मार्केट में एसजीबी की खरीदारी करने का यह एक अच्छा समय है।
एसजीबी के कई फायदे
सॉवरन गोल्ड बॉन्ड के कई फायदे हैं। सोने की कीमत पर अलग से 2.5 फीसदी का ब्याज दिया जाता है। इस हिसाब से यह फायदे का सौदा हो जाता है। वहीं, अगर बॉन्ड को 8 साल बाद भुनाते हैं तो रिडेम्प्शन या रीडीम पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगता है। सॉवरन गोल्ड बॉन्ड पूरी तरह से सुरक्षित होता है और इसके चोरी होने का खतरा नहीं होता है। सोने की शुद्धता को लेकर भी चिंता करने की जरूरत नहीं हीती है। सॉवरन गोल्ड बॉन्ड को सिक्योरिटी के तौर पर दिखाकर लोन लेना आसान है।