नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए ऐलान किया कि वर्ष 2022 का जी-20 सम्मेलन भारत में आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। आपको बता दें कि G20 दुनिया के कुछ सबसे ताकतवर देशों का समूह है जिनमें भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सऊदी अरब, अमेरिका, रूस, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, अर्जेंटीना, ब्राजील, मेक्सिको, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, चीन, इंडोनेशिया, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देश शामिल हैं।
जी20 सम्मेलनों में सदस्य देशों की सरकारों के मुखिया के अलावा वहां के केंद्रीय बैंकों के गवर्नर भी हिस्सा लेते हैं और वैश्विक आर्थिक हालातों पर चर्चा करते हैं। 20 देशों के इस संगठन की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन देशों का दुनिया की 90 फीसदी इकनॉमी पर कब्जा है। इसके अलावा दुनिया का 80 प्रतिशत व्यापार भी यही देश करते हैं और इन देशों में दुनिया की दो-तिहाई आबादी निवास करती है। कुल मिलाकर यदि कहा जाए कि ये 20 देश वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा प्रभाव रखते हैं तो गलत नहीं होगा।
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्तमान सरकार का पहला बजट पेश कर रही हैं। अपने बजट में उन्होंने कृषि से लेकर स्वास्थ्य तक, और शिक्षा से लेकर महिला कल्याण तक, तमाम नई सौगातें दी हैं। इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी खासा ध्यान रखा गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की सुबह संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले अपने प्रथागत वक्तव्य में भारत के लिए एक नए दशक की शुरुआत के संकेत दिए थे। इस दौरान मोदी ने सभी सांसदों से 'नए दशक में देश के उज्जवल भविष्य' के लिए एक मजबूत नींव रखने की दिशा में काम करने के लिए कहा।