नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष का विनिवेश लक्ष्य पार कर लिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर बताया कि चालू वित्त वर्ष 2018-19 में अब तक विनिवेश से 85,000 करोड़ रुपए जुटाए जा चुके हैं, जो लक्ष्य से 5,000 करोड़ रुपए अधिक है। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए सरकार ने 80,000 करोड़ रुपए का विनिवेश लक्ष्य तय किया था।
सरकार ने सीपीएसई ईटीएफ की पांचवीं किस्त से 9,500 करोड़ और आरईसी-पीएफसी सौदे से 14,500 करोड़ रुपए जुटाए हैं। मोदी सरकार ने अगले वित्त वर्ष 2019-20 के लिए विनिवेश का लक्ष्य 90,000 करोड़ रुपए तय किया है। वित्त वर्ष 2017-18 में सरकार ने विनिवेश से 1,00,056.91 करोड़ रुपए जुटाये थे, जबकि इस साल का लक्ष्य केवल 72,500 करोड़ रुपए था।
वित्त वर्ष 2017-18 में विनिवेश का बजट लक्ष्य 72,500 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष के अंत में विनिवेश प्राप्तियों ने एक लाख करोड़ का आंकड़ा छू लिया। इसका मुख्य कारण सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी द्वारा एचपीसीएल में सरकार की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करना रहा। इस अधिग्रहण से सरकार को 37,000 करोड़ रुपए मिले।
वित्त वर्ष 2016-17 में विनिवेश लक्ष्य 56,500 करोड़ रुपए था। हालांकि, सरकार उस समय केवल 47,743 करोड़ रुपए ही जुटा पाई थी।