नई दिल्ली। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को 2019-20 के लिए बजट पेश किया और कई लोकलुभावन घोषणाएं भी कीं। वित्त मंत्री ने मध्य वर्ग, किसान और कर्मचारियों को खुश करने के लिए कई ऐलान किए। लेकिन क्या सरकार के पास इतना पैसा है कि वह इस बजट का खर्च उठा पाएगी? एक नजर डालते हैं सरकार की कमाई और खर्च के आंकड़ों पर।
सरकार को होने वाली हर एक रुपए की कमाई में सबसे बड़ा हिस्सा निगम कर और GST से आता है, हर एक रुपए की कमाई में निगम कर के 21 पैसे और GST के भी 21 पैसे होते हैं। हर एक रुपए की कमाई में सरकार को 17 पैसे आयकर से मिलते हैं, इसके अलावा 8 पैसे कर भिन्न राजस्व, 7 पैसे केंद्रीय उत्पाद शुल्क, 4 पैसे सीमा शुल्क और 3 पैसे ऋण भिन्न पूंजी प्राप्तियों से आते हैं। बाकी बचे 19 पैसे उधार और अन्य देयताओं से मिलते हैं।
दूसरी तरफ खर्चों की बात की जाए तो 23 पैसे राज्यों को चले जाते हैं जबकि 18 पैसे सरकार को ब्याज की अदायगी के लिए देने पड़ते हैं, 12 पैसे केंद्र की तरफ से शुरू की गई योजनाओं में चले जाते हैं और 9 पैसे केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं में लगते हैं। 8 पैसे रक्षा बजट, 8 पैसे वित्त आयोग और अन्य वितरण, 9 पैसे आर्थिक सहायता 5 पैसे पेंशन और बाकी बचे 8 पैसे अन्य खर्चों में चले जाते हैं।