नई दिल्ली। बजट से हर नौकरीपेशा व्यक्ति उम्मीद लगाए बैठा था कि इस बार इनकम टैक्स में उन्हें बड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट भाषण में इनकम टैक्स स्लैब में किसी तरह के बदलाव का जिक्र नहीं किया। वित्त मंत्री ने करदाताओं को दूसरी तरह से राहत देते हुए इनकम टैक्स में स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा बढ़ा कर 40,000 रुपए कर दी है। मतलब, आपकी जितनी सैलरी है उसमें से 40 हजार रुपए घटाकर अब टैक्स की गणना की जाएगी। इसके अलावा, आम बजट में डिपॉजिट पर मिलने वाली छूट 10,000 रुपए से बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दी गई है।
परिवहन भत्ते के लिए मौजूदा छूट और विभिन्न चिकित्सा खर्चों की प्रतिपूर्ति के स्थान पर 40,000 रुपए का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा। इससे 2.5 करोड़ नौकरीपेशा लोगों को लाभ होगा। आपको बता दें कि व्यक्तिगत आयकर और कॉरपोरेशन टैक्स पर देय सेस को 3 फीसदी से बढ़ा कर 4 फीसदी कर दिया गया है।
टैक्स स्लैब पहले की तरह ही रहेंगे। इस टेबल के जरिए जानिए कितनी आय पर देना होता है कितना टैक्स।
इनकम टैक्स स्लैब | कर की दर |
2.5 लाख से 5.00 लाख रुपए | 5 प्रतिशत |
5.00 लाख से 10.00 लाख रुपए | 20 प्रतिशत |
10.00 लाख रुपए से अधिक | 30 प्रतिशत |