नई दिल्ली: प्रचंड बहुमत की सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपना पहला बजट पेश करेंगी। इस बजट में रेलवे के लिए क्या होगा खास इसपर सबकी नज़रें टिकी हैं। रेलवे को रफ्तार की पटरी पर दौड़ाना सरकार की प्राथमिकता है लिहाजा सरकार रेल बजट में कई अहम घोषणाएं कर सकती है। मोदी सरकार ने रेलवे के लिए 10 लक्ष्य निर्धारित किए हैं जिसकी झलक बजट में दिख सकती है। बजट में रेल यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता होगी।
वित्तमंत्री रेलवे सुरक्षा फंड में 5000 करोड़ रुपये देने का ऐलान कर सकती हैं। बजट में रेलवे स्टेशन पर इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने पर ज़ोर दिया जा सकता है। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर, एलईडी लाइट और टॉयलेट जैसी सुविधाएं बढ़ाने का एलान संभव है। वहीं कुछ स्टेशन पर यात्री सुविधा के विकास का काम प्राइवेट कंपनियों को सौंपने का ऐलान भी संभव है। 2022 तक सभी रेलवे स्टेशन पर वाई फाई की सुविधा का भी वित्तमंत्री ऐलान कर सकती हैं।
वित्त मंत्री अपने बजट में रेलवे को रफ्तार देने वाली ट्रेनों पर भी खास तवज्जों दे सकती हैं। हालांकि बुलेट ट्रेन शुरू होने में तो अभी वक्त है लेकिन उससे पहले सेमी हाईस्पीड ट्रेनों के दायरे को आगे बढ़ा सकती है। बजट में सरकार दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा के बीच दो सेमी हाईस्पीड ट्रेन शुरू करने का एलान कर सकती है। माना ये भी जा रहा है कि दिल्ली-वाराणसी की तर्ज पर दूसरे शहरों के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की घोषणा भी हो सकती है।
2022 तक रेल लाइन के शत प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य है, लिहाजा बजट में कई नई रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का एलान संभव है। नई लाईन बिछाना, गेज कन्वर्जन, पटरियों की डबलिंग भी सरकार की योजना है। इसका ऐलान भी वित्त मंत्री बजट में कर सकती हैं।
हर बार की तरह इस बार भी बजट से पहले रेलवे में कुछ प्रोजेक्ट्स को प्राइवेट हाथों में देने को लेकर चर्चा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार रेलवे में निजी निवेश बढ़ाने पर विचार कर रही है। ऐसे में बजट में सरकार निजी निवेश बढ़ाने का एलान कर सकती है। रेल बजट में वित्तमंत्री सिग्नलिंग के आधुनिकीकरण का भी एलान कर सकती हैं। वित्तमंत्री पहली बार अपना बजट पेश कर रही हैं और लोगों को वित्तमंत्री से कई उम्मीदें हैं। देखना होगा वित्तमंत्री लोगों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती हैं।