Importance of seat belts: क्या आप भी कार चलाते वक्त सीट बेल्ट (Seat Belt) को सिर्फ एक सेफ्टी डिवाइस समझकर उसे लगाने से बचते हैं? अगर हां, तो ये खबर आप ही के लिए है।आज हम आपको फोर व्हीलर्स में दी जाने वाली सीट बेल्ट के 5 ऐसे महत्व (Importance of Seat Belt) बताएंगे जिसे जानने के बाद आप कभी उसे इस्तेमाल करने से बचने की गलती नहीं करेंगे।आइए जानते हैं इनके बारे में...
1. एयरबैग खुलने के लिए सीट बेल्ट लगाना है जरूरी- भले ही आप महंगी से महंगी और लेटेस्ट फीचर वाली कार क्यों न ले लें, जिसमें कई एयरबैग और एक्सीडेंट सेफ्टी फीचर्स हों। लेकिन अगर आप सीट बेल्ट लगाकर गाड़ी ड्राइव नहीं करेंगे तो अधिकतर कार में सेफ्टी फीचर्स जैसे- एयरबैग, काम नहीं करेंगे। इस कारण आपको गंभीर चोटें लग सकती हैं। भारत में मौजूद ज्यादातर कारों में एयरबैग तभी खुलते हैं जब ड्राइवर ने सीट बेल्ट लगाई हो।
2. सीरियस इंजरी की संभावना होगी कम- कार चलाते वक्त अगर ड्राइवर ने सीट बेल्ट नहीं लगाई है तो एक्सीडेंट की स्थिति में ड्राइवर स्टीयरिंग व्हील से टकराएगा। हालांकि सीट बेल्ट लगाने की स्थिति में ड्राइवर स्टीयरिंग व्हील से टकराने के बजाय सीट पर बना रहेगा। इतना ही नहीं, सीट बेल्ट लगाकर चलने से ड्राइवर को सिर, चेहरे और गर्दन पर होने वाली इंजरी की संभावना भी काफी कम हो जाती है।
3. जुर्माने से बचाएगी सीट बेल्ट- सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स (Central Motor Vehicle Rules) के अनुसार, इंडिया में ड्राइवर के साथ-साथ पिछली सीट पर बैठे यात्रियों के लिए सीट बेल्ट लगाना जरूरी कर दिया गया है। यानी कार ड्राइविंग के वक्त अगर ड्राइवर या पैसेंजर में से कोई भी सीट बेल्ट नहीं लगाता है तो नियम के अनुसार उस पर ₹1,000 के जुर्माने का प्रावधान है।
4. आसानी से मिल जाएगा इंश्योरेंस क्लेम- कई केस में ऐसा देखा गया है कि बीमा कंपनियों ने इंश्योरेंस क्लेम देने से सिर्फ इसीलिए मना कर दिया क्योंकि एक्सीडेंट के वक्त ड्राइवर ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। ऐसा इसलिए क्योंकि दुर्घटना कवरेज में अधिकतर बीमा पॉलिसियों में एक खंड होता है, जिसमें साफ तौर पर लिखा गया होता है कि अगर ड्राइवर बिना सीट बेल्ट लगाए गाड़ी चलाता है और उस दौरान उसका एक्सीडेंट हो जाता है तो बीमा कंपनी उस दौरान ड्राइवर को लगी चोट या वाहन क्षति के लिए किसी भी नुकसान की प्रतिपूर्ति नहीं करेगी।
5. बॉडी को एक जगह होल्ड करके रखती है बेल्ट- कई एक्सीडेंट केस में ऐसा देखा गया है कि गाड़ी टकराते ही ड्राइवर अचानक कार से बाहर निकल गया जिस कारण उसे गंभीर चोटें आईं। ऐसा सिर्फ बिना सीट बेल्ट लगाए गाड़ी चलाते वक्त ही होता है। अगर आप सीट बेल्ट लगाकर गाड़ी चलाते हैं तो वो आपकी बॉडी को एक जगह रोककर रखती है।