Highlights
- गाड़ी को टर्न करते समय पहले गियर का इस्तेमाल इसलिए नहीं करें
- बाइक टर्न करते समय काउंटर स्टीयरिंग का यूज करें
- पहाड़ो पर कई बार हरबराहट की वजह से दिमाग काम नहीं करता है
Byke Ride In mountains: पहाड़ों पर बाइक को टर्न करना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए जब भी पहाड़ों पर बाइक टर्न करें तो सेकेंड गियर का इस्तेमाल करें। साथ ही कुछ बात का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। समतल जगह के मुकाबले पहाड़ों पर गाड़ी चलाना थोड़ा मुश्किल होता है। पहाड़ों पर गाड़ी चलाते समय गलती करना भारी पड़ सकता है। इसका ये कारण है कि पहाड़ों पर टर्निंग पॉइंट्स अधिक हैं और कई बार गाड़ी को गलत दिशा में मोर लेने से आप मुसीबत में पड़ जाते हैं और सबसे ज्यादा मुश्किल उन लोगों को होती है जो बाइक से ट्रेवल करते हैं। पहाड़ों पर बाइक को टर्न करना बहुत चैलेंजिंग होता है। कई बार राइडर को पता ही नहीं होता है कि बाइक टर्न कैसे करनी है, टर्न करते समय कितनी स्पीड होनी चाहिए, ब्रेक लगाना है या नहीं या फिर कौन से गियर का इस्तेमाल करना चाहिए।
आज हम आपको इसी बारे में बताने वाले हैं कि जब भी आप पहाड़ों में बाइक से सफर करें तो ये बात जरूर ध्यान में रखें कि बाइक को टर्न करते समय कौन से गियर का इस्तेमाल करना चाहिए। तो चलिए शुरू करते हैं।
टर्न करते समय कौन से गियर का करें इस्तेमाल
हर बाइक राइडर को गियर की जानकारी होती ही है, लेकिन पहाड़ो पर कई बार हरबराहट की वजह से दिमाग काम नहीं करता है। ऐसे में समझ नहीं आता है कि कौन का गियर लगाएं। पहाड़ों में बाइक टर्न करते समय सेकेंड गियर का इस्तेमाल करना सही रहता है। सेकेंड गियर में स्पीड कंट्रोल में रहती है, बाइक को सही एनर्जी मिलती है इसके कारण आप बाइक आसानी से टर्न कर सकते हैं।
कौन से गियर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
गाड़ी को टर्न करते समय पहले गियर का इस्तेमाल इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि पहले गियर में बाइक स्लो तो हो जाती है, लेकिन गाड़ी को टर्न करने के लिए सही एनर्जी नहीं मिल पाती है। ऐसे में गाड़ी पर कंट्रोल रखना मुश्किल हो जाता है।
गाड़ी टर्न करते समय इन बातों का रखें ध्यान
जब आप बाइक को टर्न कर रहे हैं उस समय बाइक को सेकेंड गियर पर ही रखें। गियर बदलने की गलती न करें। ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है। गियर बदलने के कारण पीछे का पहिया अनकंट्रोल हो जाता है और स्किड कर सकता है।
बाइक टर्न करते समय काउंटर स्टीयरिंग का यूज करें। काउंटर स्टीयरिंग का मतलब ये है कि जब राइडर बाइक को टर्न करता है तब अपनी बॉडी को टर्न करने वाली दिशा में झुकाता है। इससे बाइक को टर्न करना आसान हो जाता है।
अगर आप चढ़ाई पर बाइक को टर्न कर रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आप पीछे की तरफ न बैठें। आगे की तरफ बैठे ताकि टर्निंग के दौरान परेशानी न हो और न ही आपके वजन के कारण गाड़ी पीछे की तरफ फिसल जाए।