कार मालिकों की हमेंशा से ये इच्छा होती है कि उसकी कार लंबे समय तक चले। कहा जाता है कि ऑटोमोबाइल का रखरखाव एक बच्चे की देखभाल करने के समान होता है। बढ़ती महंगाई के बीच गाड़ी के प्रति थोड़ा सा देखभाल करने का रवैया कार की लाइफ बढ़ा देता है। आज हम कार को फिट रखने में मदद करने वाले पांच बड़े तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. वैक्स पॉलिश लगाएं तथा बंपर और ग्रिल्स पर ट्रांसपेरेंट टेप का इस्तेमाल करें
कंकड़ या कीड़ों से कार की ग्रिल और बम्पर को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए ट्रांसपेरेंट टेप की एक परत का इस्तेमाल करें। पेंट को नुकसान से बचाने के लिए अपनी कार को साल में कम से कम दो से तीन बार वैक्स पॉलिश कराएं। इसके अलावा, कार को नियमित रूप से हाई प्रेशर वाले जेट से साफ करना सुनिश्चित करें या इसे कभी-कभी मशीन से साफ करवाएं. ऐसा करने से कार की पेंट या उसकी बॉडी का नुकसान होने का खतरा कम हो जाता है।
2. इंजन ऑयल की जाँच करें
कार में पर्याप्त इंजन ऑयल का होना बेहद जरूरी होता है। उसके ना होने से कार की माइलेज पर असर पड़ता है। यहां तक कि वह गाड़ी को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इंजन ऑयल हमेंशा जांच करते रहे और इसे हर 5,000-8,000 किमी पर बदल दें। सटीक रीडिंग के बारे में जानने के लिए कार को समतल सतह पर पार्क करें। अगर आप गाड़ी का रेगुलर इस्तेमाल करते हैं तो इसके बारे में सही जानकारी के लिए आप हर दो महीने पर सर्विस सेंटर में जा कर चेकअप करा सकते हैं।
3. टायर प्रेशर पर रखें नजर
गलत दबाव से टायरों के क्षतिग्रस्त होने और फटने की संभावना बढ़ जाती है। यह फ्यूल एफिशिएंसी को भी कम करता है। इसके लिए टायर को लेकर सुझाए गए स्तरों तक फुलाकर रखें। इससे कार के टायर लंबे समय तक बिना किसी नुकसान के काम कर सकते हैं।
4. एसी सिस्टम की जांच करें
हर साल एयर कंडीशनिंग सिस्टम से लगभग 10 प्रतिशत फ्रीजिंग एजेंट वाष्पित हो जाता है। यदि रसायन को पर्याप्त रूप से नहीं बदला जाता है, तो कंप्रेसर को नुकसान पहुंचा सकता है। हर तीन साल में सिस्टम की जांच कराएं। साथ ही यह भी चेक करें कि कहीं ब्लोअर तो खराब नहीं हुआ है। अगर वह ठीक से काम नहीं कर रहा है तो उसे बदल दें। इससे आपके कार की AC के लंबे समय तक चलने की संभावना बढ़ जाती है।
5. ठंड के दिनों में गाड़ी चलाने से पहले इंजन को गर्म करें
ठंड के दिनों में गाड़ी चलाने से पहले एक बार इंजन को ठीक से गर्म कर लें। कोल्ड स्टार्ट के तुरंत बाद गाड़ी की स्पीड तेज करने से कार के इंजन पर असर पड़ता है और उसके समय के साथ खराब होने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि गाढ़ा तेल इसे लुब्रिकेट करने में अधिक समय लेता है। सामान्य रुप से जब इंजन चल रहा हो तो पानी 90 डिग्री सेल्सियस और तेल 75 डिग्री पर होना चाहिए। इसलिए शुरुआत में धीमी गति से गाड़ी चलाएं और इंजन को गर्म होने दें।