आने वाले त्योहारी सीजन (Festive Season) में आपको नई गाड़ी की बुकिंग पर बंपर डिस्काउंट (Bumper Discount) मिल सकता है। ऑटो एक्सपर्ट का कहना है कि गाड़ियों की मांग कम होने से ऑटो डीलरों (Auto Dealer) पर अनसोल्ड इन्वेंट्री का बोझ बढ़ता जा रहा है। 30 महीनों में पहली बार, अगस्त में लगातार दो महीनों के लिए ऑटो इंडस्ट्री में 2.5-3% की गिरावट आने की आशंका है। ऑटो इंडस्ट्री में स्लो डाउन किस तरह से हाबी होता जा रहा है, वह बिना बिकी गाड़ियों की इन्वेंट्री से पता चलता है।ऑटो इंडस्ट्री की इन्वेंट्री 40-45 दिनों के की तुलना में 65-70 दिनों तक बढ़ गई है। यानी अनबिकी कारों की संख्या लगातर बढ़ रही है। कैलेंडर वर्ष के पहले आठ महीनों में, गाड़ियों की बिक्री 5% से कम की वृद्धि होने का अनुमान है।
अगस्त में वृद्धि सिंगल डिजिट में रहने की उम्मीद
अगस्त लगातार चौथा महीना होगा जब वॉल्यूम में सिंगल डिजिट की वृद्धि होगी। यह चालू वर्ष की पहली तिमाही के बिल्कुल विपरीत है, जब बिक्री की संख्या 1.13 मिलियन वाहनों की थी और औसत वृद्धि 11% थी। सरकार के वाहन पोर्टल पर मौजूदा पंजीकरण प्रवृत्ति के अनुसार, बिक्री में महीने-दर-महीने 17% और साल-दर-साल 9% की गिरावट आने वाली है। अगर ऐसा होता है, तो फैक्ट्री डिस्पैच और रिटेल के बीच का अंतर और भी बढ़ने की संभावना है।
बिक्री बढ़ाने के लिए डिस्काउंट ही होगा सहारा
ऑटो एक्सपर्ट का कहना है कि ऑटो कंपनियों और वाहन डीलरों के पास त्योहारी सीजन में बिक्री बढ़ाने के लिए एकमात्र जरिया डिस्काउंट होगा। कंपनियों ने इसकी शुरुआत कर दी है। तमाम डीलर शोरूम पर आपको डिस्काउंट मिल रहे हैं। यह त्योहारी सीजन में पीक पर पहुंच सकता है। नए उपभोक्ता को आकर्षित करने के लिए ऑटो कंपनियां कई तरह की छूट की घोषणा कर सकती है। वाहन डीलरों के मालिकों का कहना है कि अनसोल्ड इन्वेंट्री को बोझ करने के लिए डिस्काउंट ही विकल्प है। इस पर हम काम कर रहे हैं। बाजार में मांग बढ़ने के लिए कंपनियां नई गाड़ियों की लॉन्चिंग पर भी फोकस कर रही है।