टाटा नैनो को भारतीय बाजार से लगभग भुला दिया गया है। लेकिन हाल ही में नैनो मुंबई के ताज होटल के सामने आई तो यह खबर सुर्खी बन गई। दरअसल इस नैनो कार में खुद इसके जनक रतन टाटा (Ratan Tata) थे। रतन टाटा अपने पर्सनल असिस्टेंट शांतनु नायडू के साथ मॉडिफाइड टाटा नैनो इलेक्ट्रिक (Modified Tata Nano Electric) कार से यहां पहुंचे थे।
रतन टाटा को नैनो में देखकर जहां लोग उनकी तारीफ कर रहे थे। वहीं हर कोई यही पूछ रहा था कि क्या टाटा मोटर्स नैनो को इलेक्ट्रिक अवतार में लॉन्च करने जा रही है। क्या रतन टाटा वास्तव में कंपनी की नई इलेक्ट्रिक कार का प्रचार करने पहुंचे थे?
ये है Nano EV की असलियत
असल बात यह है कि रतन टाटा इलेक्ट्रिक नैनो से पहुंचे तो थे, लेकिन इस इलेक्ट्रिक कार को टाटा मोटर्स ने नहीं बनाया था। बल्कि यह एक कस्टम-मेड टाटा नैनो इलेक्ट्रिक है, जो उन्हें इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए पावरट्रेन सॉल्यूशंस बनाने वाली कंपनी ElectraEV ने गिफ्ट की थी। बता दें कि ElectraEV को रतन टाटा ने ही शुरू किया था। कोयंबटूर में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के साथ कंपनी का मुख्यालय पुणे में है।
ElectraEV की नैनो देती है 150 का माइलेज
ElectraEV ने 624cc के पेट्रोल इंजन वाली इस Tata Nano कार को इलेक्ट्रिक व्हीकल में मॉडिफाई किया है। इसमें 72V पावरट्रेन दिया गया है, साथ ही इसमें सुपर पॉलीमर लिथियम-ऑयन बैटरी पैक का इस्तेमाल भी किया गया है। इस मॉडिफाइड टाटा नैनो इलेक्ट्रिक की अनुमानित रेंज 150 से 160 किलोमीटर बताई जा रही है। यह कार 0-60 kmph की स्पीड करीब 10 सेकंड में पकड़ने में सक्षम है।
करवा सकते हैं इसका रजिस्ट्रेशन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ElectraEV की यह रेट्रोफिटिंग FAME के अनुरूप है और ARAI और RTO सर्टिफाइड है। यानि आप इसका रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं। कंपनी वर्तमान में फ्लीट सेगमेंट के लिए रेट्रोफिटिंग सर्विस पर फोकस कर रही है। ElectraEV द्वारा पेश किए जाने वाले अन्य प्रोडक्ट और सर्विस में व्हीकल कंट्रोल यूनिट्स, टेलीमैटिक्स, प्रोटोटाइप, होमोलोगेशन रेडीनेस और सेल्स के बाद मुहैया कराने वाली कुछ सर्विस और सॉल्यूशन शामिल हैं