एक दौर था जब छोटी कारों की बिक्री के मामले में तो भारतीय कंपनियों का दबदबा रहता था। वहीं SUV सेगमेंट पर विदेशी कंपनियों का दबदबा हुआ करता था। 2021 में भी हुंडई मोटर्स 2.52 लाख SUV बेचकर भारतीय बाजार में टॉप पर थी। लेकिन 2022 में तस्वीर एक दम पलट गई है। भारत की दो दिग्गज कंपनियों टाटा मोटर्स और महिंद्रा ने SUV सेगमेंट की दिग्गज कोरियन कंपनी हुंडई को गेम से बाहर कर दिया है। टाटा मोटर्स के दबदबे का अंदाज इसी आंकड़े से लग जाता है कि टाटा मोटर्स ने इस साल SUV सेगमेंट की अन्य दो कंपनियों मारुति और किआ की कुल बिक्री से ज्यादा कारें बेच दी हैं।
टाटा और महिंद्रा ने बेचीं 6,28,970 कारें
SUV सेगमेंट में टाटा मोटर्स की नेक्सन, हैरियर, सफारी और पंच भारतीय बाजार में मौजूद हैं। वहीं महिंद्रा की थार, स्कॉर्पियो एन और एक्सयूवी 700 इस साल काफी पसंद की गई। इस मजबूत पोर्टफोलियो के दम पर टाटा मोटर्स और महिंद्रा ने इस साल 67% ग्रोथ की ग्रोथ दर्ज की है। पिछले साल टाटा मोटर्स ने जनवरी से लेकर दिसंबर तक 1,77,544 एसयूवी बेची थीं, वहीं इस साल नवंबर तक यह आंकड़ा 3,26,354 पहुंच गया है। वहीं महिंद्रा ने इस साल 302616 कारें बेचीं, जबकि 2021 में कंपनी ने करीब 2 लाख एसयूवी बेची थीं।
कंपनी | Jan-Nov 2022 | Jan-Dec 2021 |
Tata Motors | 3,26,354 | 1,77,544 |
Mahindra | 3,02,616 | 1,99,608 |
Hyundai | 2,73,753 | 2,52,586 |
Kia India | 1,76,349 | 1,77,476 |
Maruti Suzuki | 1,47,605 | 1,36,351 |
Source: JATO Dynamics
एक साल में 67% की ग्रोथ
एसयूवी बाजार में महिंद्रा और टाटा की मजबूत दावेदारी किआ और हुंडई जैसी कंपनियों के लिए चुनौती पेश कर रही हैं। इस साल किआ और हुंडई ने करीब 5 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है। लेकिन यह ग्रोथ टाटा और महिंद्रा की 67% की धाकड़ ग्रोथ के सामने काफी बौनी है। इंडस्ट्री के जानकार इस तेजी के पीछे इन दोनों कंपनियों के विस्तृत पोर्टफोलिया और प्राइसिंग को मान रहे हैं।
बेहतर स्ट्रैटेजी से मारी बाजी
हुंडई की बात करें तो एसयूवी सेगमेंट में उसकी क्रेटा और वेन्यू के अलावा अल्काजार शामिल है। लेकिन इसके मुकाबले टाटा की कारें कम प्राइस रेंज पर ज्यादा बड़ा पोर्टफोलियो पेश करती हैं। वहीं स्कॉर्पियो एन और एक्सयूवी 700 जैसे नए लॉन्च ने भी ग्राहकों को टाटा और महिंद्रा की आरे आकर्षित किया है। वहीं हुंडई इस मामले में सिर्फ वेन्यू के फेसलिफ्ट तक ही सीमित रही है।