महिलाओं को सम्मान देने के लिए टाटा समूह ने बेहतरीन कदम उठाया है। टाटा समूह ने अपने जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील प्लांट की एक पूरी यूनिट की कमान महिलाओं को सौंपने जा रहा है। इसकी तैयारी चल रही है। कंपनी के कोक प्लांट और इलेक्ट्रिक रिपेयर शॉप फ्लोर में प्रोडक्शन, सेल्स, मार्केटिंग और मैनेजमेंट का काम महिला अफसरों और कर्मचारियों के समूह के पास होगा। डे-नाइट की सभी शिफ्टों की जिम्मेदारी इन्हीं के पास होगी। टाटा स्टील ऐसी पहल करने वाली देश की पहली कॉरपोरेट कंपनी है।
झारखंड सरकार से अनुमति मांगी
कंपनी के सीईओ सह मैनेजिंग डायरेक्टर टी.वी. नरेंद्रन ने कहा है कि नाइट शिफ्ट में महिलाओं को ड्यूटी देने के लिए झारखंड सरकार से अनुमति मांगी गई है। मंजूरी मिलते ही कंपनी की एक पूरी यूनिट महिलाओं के जिम्मे होगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोक प्लांट और इलेक्ट्रिक रिपेयर शॉप फ्लोर में फिलहाल 52 महिला कर्मियों की तैनाती की गई है, जो सुबह छह बजे से रात दस बजे तक चलने वाली शिफ्टों में काम करती हैं। अब इन्हें नाइट शिफ्ट में तैनात करने की इजाजत का इंतजार किया जा रहा है।
कार्यक्षेत्र में महिलओं की हिस्सेदाी बढ़ा रहा टाटा
बता दें कि इसके पहले टाटा स्टील ने पश्चिम सिंहभूम जिले की नोआमुंडी आयरन ओर माइन्स में माइनिंग, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल डिविजन में महिला अधिकारियों और ऑपरेटर की भर्ती की है। यहां महिलाएं फावड़ा से लेकर ड्रिलिंग तक और डंपर चलाने से लेकर डोजर-शॉवेल जैसी हेवी मशीनों का संचालन करती हैं। इनके लिए सैनिटरी वेंडिग मशीन, महिलाओं के लिए कैंटीन, रेस्ट रूम, एक शिफ्ट में कम से कम तीन के समूह में महिलाओं की तैनाती, महिला सुरक्षा गार्ड, ट्रांसपोटिर्ंग फैसिलिटी सहित तमाम प्रबंध किये गये हैं। जीपीएस और सीसीटीवी के जरिए निगरानी का सिस्टम भी लागू किया गया है। महिलाएं सुरक्षित रूप से काम कर सकें, इसके लिए खान सुरक्षा महानिदेशालय के निर्धारित सभी मानदंडों को पूरा किया गया है।