Highlights
- टाटा मोटर्स अपनी नई SUV के साथ बाजार में धूम मचाने की तैयारी कर रही है
- Tata की नेक्सन, पंच और अल्ट्रोस बाजार में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं
- ब्लैकबर्ड को कंपनी नेक्सन और हैरियर के बीच प्लेस कर सकती है
टाटा मोटर्स हाल के दिनों में भारतीय कार बाजार पर पूरी तरह से हावी रही है। इस देसी कार निर्माता कंपनी की बीते दिनों लॉन्च हुई कई कारें नेक्सन, पंच और अल्ट्रोस बाजार में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। अब टाटा मोटर्स अपनी नई एसयूवी के साथ बाजार में धूम मचाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने फिलहाल इसके नाम की घोषणा नहीं की है, हालांकि इसका कोडनेम "ब्लैकबर्ड" जरूर सामने आया है। माना जा रहा है कि यह एसयूवी साल के अंत तक बाजार में दस्तक दे सकती है।
माना जा रहा है कि ब्लैकबर्ड को कंपनी नेक्सन और हैरियर के बीच प्लेस कर सकती है। इस प्रकार बाजार में इसका सीधा मुकाबला हुंडई की क्रेटा से होगा। बता दें कि 2021 में टाटा मोटर्स हुंडई को पछाड़ कर देश की दूसरी सबसे बड़ी वाहन निर्माता बन गई है। अब ब्लैकबर्ड के साथ कंपनी हुंडई जैसी कोरियाई कार निर्माता के लिए और परेशानी पैदा कर रही है।
हुंडई और Kia को देगी टक्कर
टाटा मोटर्स की एसयूवी रेंज में हैरियर 14 से 21 लाख के बीच है, वहीं नेक्सन की कीमत 7 से 13 लाख के बीच है। ऐसे में टाटा के बेड़े में फिलहाल 10 से 15 लाख रुपये की रेंज के मॉडल की कमी काफी लंबे अरसे से खल रही थी। इस सेगमेंट में हुंडई की क्रेटा और Kia की सेल्टोस जैसी कारें बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। टाटा मोटर्स इसी सेगमेंट में "ब्लैकबर्ड" को पेश करने की तैयारी कर रही है।
नेक्सन के प्लेटफॉर्म पर आएगी "ब्लैकबर्ड"
ब्लैकबर्ड को नेक्सन की तरह ही एक्स1 प्लेटफॉर्म पर बनाए जाने की उम्मीद है। इस कार का आकार लगभग 4.3 मीटर के आसपास होने की संभावना है। क्रेटा लगभग इसी रेंज में है। 1.5-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इसे पावर देगा। यह इंजन Nexon के 1.2-लीटर इंजन का 4-सिलेंडर वर्जन है। यह इंजन मुख्य रूप से एक पेट्रोल इंजन होगा, लेकिन इसके डीजल संस्करण होने की भी उम्मीद है।
इलेक्ट्रिक में भी आ सकती है "ब्लैकबर्ड"
कारों और इलेक्ट्रिक वाहन बाजार के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, इसे एक इलेक्ट्रिक संस्करण भी मिल सकता है। इसके 2023 तक लॉन्च होने की उम्मीद है। इस एसयूवी के सभी पहलुओं और हवादार सीटों, सनरूफ, एक डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, वायरलेस चार्जिंग जैसी संभावित सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, यह एसयूवी सेगमेंट की गतिशीलता को बदल सकती है।