Audi India News: दुनिया मंदी की चपेट में है। भारत में भी उसके असर देखे जा रहे हैं, लेकिन उतने असर नहीं हैं, जितने विश्व के दूसरे मुल्क को भुगतना पड़ रहा है। आप भारत की ग्रोथ का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इस दौर में भी लग्जरी कारों की सेल में रिकॉर्ड वृद्धि आई है। लग्जरी कार कंपनी ऑडी इंडिया की बिक्री चालू कैलेंडर साल की जनवरी-मार्च तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 1,950 इकाई पर पहुंच गई है। इससे पिछले साल की पहली तिमाही में कंपनी ने 862 वाहन बेचे थे। ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लन ने बयान में कहा कि हमारे उत्पाद पोर्टफोलियो में इस समय 16 मॉडल हैं। इनमें सबसे मजबूत एसयूवी पोर्टफोलियो है जिसका कंपनी की कुल बिक्री में 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है।
इन कारों की है डिमांड
उन्होंने कहा कि हाल में उतारी गई क्यू3 और क्यू3 स्पोर्टबैक की देशभर से काफी मांग आ रही है। ऑडी भारतीय बाजार में ए4, ए6, ए8 एल, क्यू3, क्यू3 स्पोर्टबैक, क्यू5, क्यू7, क्यू8, एस5 स्पोर्टबैक, आरएस5 स्पोर्टबैक, आरएस क्यू8, ई-ट्रॉन 50, ई-ट्रॉन 55, ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक 55, ई-ट्रॉन जीटी और आरएस ई-ट्रॉन जीटी मॉडल बेचती है। बता दें वोल्वो कार की सेल में भी बढ़ोतरी देखी गई थी। वोल्वो कार इंडिया ने इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच 544 इकाई बेची हैं जो पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 38 प्रतिशत अधिक है। पिछले वर्ष जनवरी से मार्च के बीच कंपनी ने 393 इकाई की बिक्री की थी। कंपनी ने एक बयान में बताया कि बिक्री बढ़ने में सबसे ज्यादा योगदान एक्ससी60 का है जिसकी बिक्री 27 प्रतिशत बढ़ी है। स्थानीय स्तर पर तैयार की जाने वाली पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक एक्ससी40 की इस दौरान 138 इकाई बिकी जो पूरी बिक्री का 25 प्रतिशत है। वोल्वो कार इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति मल्होत्रा ने कहा कि बिक्री में 38 प्रतिशत की वृद्धि इस बात की पुष्टि करती है कि हमारे महंगे वाहनों की पेशकश में ग्राहकों की अच्छी दिलचस्पी हे। कंपनी को यह भरोसा है कि आने वाले दिनों में परिणाम और भी बेहतर होंगे। उन्होंने बताया कि हर साल एक नया इलेक्ट्रिक मॉडल पेश किया जाएगा।
हर घंटे 450 कारों की बिक्री
देश के कार शोरूम में हर घंटे 450 कारों की बिक्री हो रही है वहीं कार कंपनियां हर दिन 11000 से ज्यादा कारें बेच रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की आपूर्ति में सुधार से देश में यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री मार्च महीने में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 3,35,266 इकाई पर पहुंच गई। वाहन डीलर संघों के महासंघ (फाडा) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले महीने घरेलू बाजार में यात्री वाहनों का पंजीकरण का आंकड़ा 3,35,266 इकाई पर पहुंच गया। मार्च, 2022 में यह संख्या 2,93,016 इकाई रही थी।