बीते दो साल से ग्राहकों पर चढ़ा इलेक्ट्रिक स्कूटरों का जुनून अब ठंडा पड़ने लगा है। इस साल गर्मियों में आई आग की घटनाओं और पर्फोर्मेंस से जुड़ी शिकायतों के चलते ग्राहक अब इलेक्ट्रिक स्कूटर्स खरीदने से तौबा करने लगे हैं। एक ऑनलाइन सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटनाओं के बीच इस तरह के वाहन खरीदने वाले ग्राहकों के लिए सुरक्षा और प्रदर्शन चिंता का प्रमुख विषय है।
ग्राहक टाल रहे हैं खरीदारी
सर्वे में कहा गया है कि इन कारणों के चलते ग्राहक इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की अपनी योजना को टाल देते हैं। E Scooter की Seafty और Persormance के बारे में अनिश्चिता इस साल अगस्त में बढ़कर 32% हो गई। एक साल पहले के इसी महीने में यह 2% था। सर्वे में 292 से अधिक जिलों में 11,000 से अधिक ग्राहकों की राय ली गई है। इसमें 47 प्रतिशत लोग पहली श्रेणी के 33 प्रतिशत दूसरी श्रेणी के शहर से हैं। सर्वे में भाग लेने वाले शेष 20 प्रतिशत लोग तीसरी और चौथे श्रेणी के शहरों और ग्रामीण इलाकों से हैं।
आग लगने से टूटा भरोसा
सर्वे के अनुसार, इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटनाएं ग्राहकों के लिए चिंता का प्रमुख विषय है। कई इलेक्ट्रिक स्कूटरों में हाल में आग लगने की घटनाएं सामने आई है जिसके लिए कंपनियों ने बैटरी विनिर्माताओं को जिम्मेदार ठहराया है। सर्वे में पाया गया कि कई लोग ई-स्कूटर खरीदने के इच्छुक हैं लेकिन सुरक्षा और प्रदर्शन को लेकर उनकी चिंता बढ़ रही है। सर्वे में भाग लेने वाले 11,000 लोगों में से केवल एक प्रतिशत ने ही अगले छह माह के दौरान इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की योजना बनाई है।
पर्फोर्मेंस को लेकर भी चिंता
इसके अलावा 32 प्रतिशत लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर की सुरक्षा और प्रदर्शन के बारे में आश्वस्त नहीं हैं, जबकि दो प्रतिशत को लगता है कि इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर एक रुझान बना है, जो ज्यादा टिकेगा नहीं। सर्वे में यह तथ्य भी सामने आया है कि लोग ईवी खरीदने को लेकर ज्यादा इच्छुक नहीं हैं। 31 प्रतिशत परिवार इलेक्ट्रिक वाहन नहीं चलाते हैं। नौ प्रतिशत का कहना है कि उनके पास पहले से वाहन है और उनकी दोपहिया खरीदने की योजना नहीं है।