फेस्टिवल सीजन के दौरान इस साल गाड़ियों की खुदरा बिक्री रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई। ऑटोमोबाइल्स डीलर के संगठन फाडा ने मंगलवार को यह बात कही। अपनी रिपोर्ट में फाडा ने कहा कि इस साल 42 दिन के त्योहारी सीजन में मोटर वाहन की कुल बिक्री 19 प्रतिशत बढ़कर 37,93,584 इकाई हो गई, जबकि पिछले साल यह 31,95,213 इकाई थी। इस दौरान ट्रैक्टर के अलावा सभी खंडों में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई है।
बिक्री का रुझान
खबर के मुताबिक, देश में मजबूत डिमांड के दम पर बिक्री का यह रिकॉर्ड बन सका है। भाषा की खबर के मुताबिक, नवरात्रि के पहले दिन से शुरू होकर और धनतेरस के 15 दिन बाद समाप्त हुए त्योहारी सीजन में यात्री वाहन की खुदरा बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 5,47,246 इकाई हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4,96,047 इकाई थी।
एसयूवी की डिमांड सबसे अधिक
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि नवरात्रि के दौरान खराब प्रदर्शन के बावजूद दिवाली तक स्थिति में सुधार हुआ और 10 प्रतिशत ग्रोथ दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि त्योहारी में स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों यानी एसयूवी की डिमांड सबसे अधिक रही। इसी तरह दोपहिया वाहनों का पंजीकरण सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर इस साल 28,93,107 इकाई हो गया, जो 2022 में 23,96,665 इकाई था।
तिपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन जोरदार बढ़ा
कई कैटेगरी में तो रिकॉर्ड तोड़ बिक्री दर्ज की गई, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों ने खासकर दोपहिया वाहनों की खरीद में बढ़ोतरी में योगदान दिया। इस दौरान कमर्शियल गाड़ियों की बिक्री सालाना आधार पर आठ प्रतिशत बढ़कर 1,23,784 इकाई रही। समीक्षाधीन अवधि में तिपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन 41 प्रतिशत बढ़कर 1,42,875 इकाई हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 1,01,052 इकाई था। ट्रैक्टर की बिक्री पिछले साल की त्योहारी अवधि में 86,951 इकाइयों से मामूली गिरावट के साथ 86,572 इकाई हो गई। सिंघानिया ने कहा कि इस वर्ष त्योाहरी सीजन 15 अक्टूबर को शुरू और 25 नवंबर को समाप्त हुआ।