Right Driving Position: कार चलाते समय स्टीयरिंग का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। ड्राइव करते समय स्टीयरिंग व्हील को ड्राइवर के पहुंच के अनुसार एडजस्ट करना बहुत जरूरी है। यह न केवल ड्राइविंग को आसान बनाता है बल्कि सुरक्षित भी है। यहां हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स बताएंगे जिससे आप स्टीयरिंग और सीट को आसानी से और सही तरीके से एडजस्ट कर पाएंगे और परफेक्ट ड्राइविंग सीट पोजीशन से ड्राइविंग के दौरान कम्फर्ट भी महसूस करेंगे।
आपकी कार के टाइप के आधार पर आपके पास या तो मैनुअल या इलेक्ट्रिक कार होगी। सीट के सामने जो बार होता है वो आपको इसे ऊपर खींचकर आगे और पीछे स्लाइड करने देता है। कुछ कारों में केवल बाईं और दाईं ओर एक छोटा सा बार या लूप होता है।
अब जानते हैं कि इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं
सीट के किनारे पर, आपको अक्सर एक लीवर या घूमने वाला डायल मिलेगा जो सीट की पिच (यानी सीट के पीछे का कोण) और सीट की ऊंचाई को एडजस्ट करता है। सीट को नीचे ले जाने से अक्सर यह थोड़ा पीछे भी खिसक जाता है। आप सीट पर बैठकर अपने अनुसार एडजस्ट कर लें।
अपने घुटनों का ख्याल रखें
यदि आपके पास ऐसी कार है जिसमें स्टीयरिंग व्हील की ऊंचाई या रेक (सामने/पीछे) एडजस्ट नहीं हो सकती है, तो आपको इसे ठीक करने के लिए अपनी सीट की स्थिति को एडजस्ट करने की आवश्यकता होगी। यदि आप स्टीयरिंग व्हील सेट करते हैं, तो ऊंचाई बढ़ा लें ताकि ब्रेक लगाते समय या क्लच का उपयोग करते समय आपके घुटने इसे टच न करें, और आप बाकी चीजों पर भी ध्यान दे पाएं। यदि आपके घुटने स्टीयरिंग कॉलम को छूते हैं, तो दुर्घटना की स्थिति में आप बुरी तरह घायल हो सकते हैं।
ठीक तरह से चेक करने के बाद ही ड्राइव करें
स्टीयरिंग व्हील को अपनी ओर लाएं ताकि जब आप अपने आर्म को फैलाकर बैठें, तो आपके हाथों की एड़ी स्टीयरिंग व्हील पर आराम से टिकी रहे। इसका मतलब है कि जब आप स्टीयरिंग व्हील को 10-to-2 या क्वार्टर-to-3 स्थिति में पकड़ते हैं, तो आप आराम से ड्राइविंग कर पाएंगे। फिर फाइनल चेक के बाद आप ड्राइविंग शुरू कर सकते हैं।
सीट के साथ साथ मिरर और अन्य चीजों को एडजस्ट करना न भूलें।
अब जानते हैं कि सीटिंग पोजीशन सही होने के क्या फायदे हैं
सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप आसानी से ड्राइव कर सकते हैं और जल्दी थकावट नहीं होती है।
गलत पोजीशन में ड्राइव करने के कारण आपके गर्दन, पीठ और कंधे में दर्द हो सकता है।
सही पोजीशन में बैठने से आप किसी भी इमरजेंसी के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
अगर आप सही पोजीशन में बैठते हैं तो दुर्घटना के समय कम चोट लगने से चांसेस होते हैं।