Second Hand Car: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक से अधिक बार बेचे गए वाहनों के मालिकों को अपने रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट को अपडेट करने की आवश्यकता है और ऐसा न करने पर वाहनों की जब्ती हो सकती है। इस बात की जानकारी पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने दी है। लक्ष्मी सिंह ने पीटीआई को बताया कि गौतम बौद्ध नगर पुलिस कमिश्नर एक कैंपेन में लोगों के गाड़ियों को चेक करेगी। हाल ही में ग्रेटर नोएडा में हिट-एंड-रन मामले की जांच कर रही है, जिसमें तीन बी.टेक छात्रों को एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। छात्रों में से एक, स्वीटी कुमार, गंभीर रूप से घायल हो गई थी और उसे ब्रेन की सर्जरी करनी पड़ी थी। पुलिस को कार का पता लगाने और चालक को गिरफ्तार करने में अधिक समय लग गया।
क्या था मामला?
पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि यह एक ऐसा मामला था, जिसमें लगभग कोई सुराग नहीं मिल रहा था। हमारे पास एक सफेद सैंट्रो और उसके रजिस्ट्रेशन नंबर 'यूपी 16' (गौतम बौद्ध नगर) के बारे में जो भी जानकारी थी, उसके आधार पर हमने जांच शुरू की। परिवहन विभाग ने हमें बताया कि यहां 12,000 सैंट्रो कारें रजिस्टर्ड थीं। वाहनों की एक और शॉर्टलिस्टिंग लगभग 1,000 रह गई और आखिरकार, सस्पेकेड कारों की संख्या घटकर केवल चार रह गई, जिसमें अपराधी की एक कार भी शामिल थी, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
लक्ष्मी सिंह ने आगे कहा कि जांच के दौरान, पुलिस को ऐसे कई वाहन मिले जो एक से अधिक बार बेचे और खरीदे गए थे और जांचकर्ताओं के लिए जो बात चिंताजनक थी, वह यह थी कि उनमें से कई का रजिस्ट्रेशन डिटेल अपडेट नहीं था। पुलिस आयुक्त ने बताया कि पुराने वाहनों के ऐसे मामले सामने आए हैं जिनका उनके वास्तविक मालिकों से कोई संबंध नहीं है, जिनका इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में किया जा रहा है।
तीनों जोन - नोएडा, सेंट्रल नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पुलिस टीमें जल्द ही ऐसे पुराने वाहनों की जांच शुरू करेंगी और अगर उनके रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट को अपडेट नहीं किया गया है तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, निजी वाहनों के रजिस्ट्रेशन डिटेल्स में बदलाव के लिए गौतम बौद्ध नगर परिवहन विभाग को हर साल लगभग 6,000 आवेदन मिलते हैं।