देश के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी तेल एवं गैस, टेलिकॉम और रिटेल के बाद अब कार के कारोबार में उतरने की तैयारी में हैं। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) दिग्गज कार कंपनी एमजी मोटर्स का भारतीय कारोबार खरीद सकते हैं। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार चीनी कंपनी SAIC के स्वामित्व वाली एमजी मोटर्स भारत में अपने कारोबार को बेचने पर विचार कर रही है। इसके लिए एमजी मोटर्स देश के कई दिग्गज कारोबारी घरानों से बातचीत कर रही है। इस बीच सूत्रों ने खबर दी है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज़ भी कार कारोबार खरीदने के लिए आगे बढ़ी है।
टाइम्स की खबर के अनुसार रिलायंस (Reliance) के अलावा इस दौड़ में दोपहिया निर्माता हीरो ग्रुप, प्रेमजी इनवेस्ट और जेएसडब्ल्यू ग्रुप भी शामिल है। बताया जा रहा है कि एमजी मोटर इस साल के आखिर तक इस डील को पूरी कर सकता है।' सूत्र ने कहा कि बातचीत एडवांस स्टेज में है। बता दें कि एमजी मोटर्स को अपने कारोबारी विस्तार के अगले चरण के लिए तत्काल फंड की जरूरत है। वहीं रिलायंस समूह की ओर से भी इसे लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है।
फिलहाल डील को लेकर एमजी मोटर्स का प्रबंधन भारतीय इकाई के लिए आकर्षक वैल्युएशन की तलाश कर रहा है। हालांकि एमजी मोटर्स इंडिया ने रिलायंस, हीरो, प्रेमी इनवेस्ट और जेएसडब्ल्यू के साथ बातचीत को सिर्फ अटकलें ही करार दिया है। बता दें कि एमजी मोटर्स का स्वामित्व चीनी कंपनी के हाथों में है। जिसके चलते भारत और चीन के बीच तनाव का खामियाजा कंपनी को भी उठाना पड़ता है। सूत्रों के अनुसार कंपनी करीब 2 वर्षों से अपनी मूल कंपनी से फंड जुटाने के लिए सरकारी अनुमति का इंतजार कर रही है। ऐसे में अब कंपनी नए ग्राहक तलाश कर इस फंड का इंतजाम कर रही है।
इस पूरी कवायद के साथ कंपनी की कोशिश इसको अधिक से अधिक भारतीय कंपनी बनाना है। एमजी मोटर इंडिया के सीईओ राजीव चाबा ने कहा कि दो-चार साल में शेयरहोल्डिंग, कंपनी के बोर्ड, मैनेजमेंट, सप्लाई चेन का भारतीयकरण करना चाहती है। एमजी मोटर इंडिया ने बुधवार को कहा कि वह अगले 2-4 वर्षों में लोकल पार्टनर्स और निवेशकों को बड़ी हिस्सेदारी देने की योजना बना रही है।