Thursday, November 14, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. ऑटो
  4. मारुति SUV सेगमेंट की गाड़ियों पर फोकस बढ़ाएगी, इस कारण छोटी कारों का प्रोडक्शन घटाएगी

मारुति SUV सेगमेंट की गाड़ियों पर फोकस बढ़ाएगी, इस कारण छोटी कारों का प्रोडक्शन घटाएगी

मारुति की निर्यात को लेकर बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है। कंपनी आगे चलकर कंपनी का अपना तीन गुना करने का लक्ष्य है। कंपनी का लक्ष्य 2030-31 तक निर्यात को 7.5 से आठ लाख इकाई पर पहुंचाने का है। हालांकि, मारुति देश की सबसे बड़ी कार निर्यातक बनी हुई है।

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: November 05, 2023 18:03 IST
मारुति - India TV Paisa
Photo:PTI मारुति

देश के करीब 50 फीसदी कार बाजार पर कब्जा रखने वाली ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया अपने प्लान में बड़ा बदलाव करने जा रही है। कंपनी बाजार में मांग के अनुरूप गाड़ियों का प्रोडक्शन करेगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह उभरती बाजार परिस्थितियों के हिसाब से अपनी उत्पादन प्रक्रियाओं में अधिक ‘लचीलापन’ लाना चाहती है।  देश की सबसे बड़ी कार कंपनी इंट्री लेवल की कारों के प्रोडक्शन में कटौती करते हुए अधिक बिकने वाले यूटिलिटी वाहनों और SUV के उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। मारुति सुजुकी इंडिया के कॉरपोरेट मामलों के कार्यकारी अधिकारी राहुल भारती ने एक विश्लेषक कॉल में कहा, ‘‘उपयोगिता (यूटिलिटी) और छोटी कार खंड के बीच मांग में अंतर जारी है। कंपनी बाजार की बढ़ती मांग के अनुरूप वाहनों का उत्पादन करने के लिए परिचालन में लचीलेपन को बढ़ाने पर काम कर रही है।’’ 

मार्जिन गिरने की यह वजह बताई 

उन्होंने कहा कि कंपनी के मार्जिन में हालिया गिरावट की वजह यह रही है कि वह कुछ कम बिकने वाली कारों का उत्पादन कर रही है। भारती ने कहा कि जिन कारों की मांग है, हमारे पास उनके उत्पादन के लिए पर्याप्त क्षमता नहीं है। यदि हमारे पास दोनों में लचीलापन होता, चाहे वह सेमीकंडक्टर आपूर्ति हो या घरेलू उत्पादन, तो शायद हमारे समक्ष ऐसी समस्या नहीं आती।’’ एमएसआई के हरियाणा और गुजरात संयंत्रों की सालाना स्थापित क्षमता फिलहाल 23 लाख इकाई की है। भारती ने कहा कि इस पहल की लागत काफी छोटी होती है। प्रवेश स्तर की कारों की बिक्री में गिरावट के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में नियामकीय नियम गहन होने के साथ ऐसी कारों के अधिग्रहण की लागत बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘इस खंड में ग्राहकों की आय में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि देर-सवेर उनकी आय बढ़ेगी और छोटी कारों का बाजार फिर खड़ा हो सकेगा।’’ 

फर्स्ट टाइम कार खरीदने वाले कम हुए 

भारती ने बताया कि फर्स्ट टाइम कार खरीदने वालों की संख्या में भी कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘‘‘बाजार से हमारे पास पहली बार के खरीदारों की संख्या में करीब 10 प्रतिशत की कमी आई है। हमारा मानना है कि इस खंड की आबादी की आमदनी लागत के साथ-साथ बढ़ती है और नियामकीय नियम और गहन नहीं होते हैं, तो किसी समय यह खंड फिर खड़ा होगा।’’ वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत में प्रवेश स्तर की कारों की थोक बिक्री घटकर 35,000 इकाई रह गई है। जुलाई-सितंबर, 2018-19 में यह 1.38 लाख कारों के उच्चस्तर पर थीं। 

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Auto News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement