Highlights
- जनवरी 2022 से मूल्य वृद्धि विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी
- पिछले एक साल में, विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण कंपनी की लागत बढ़ी
- ईको वैन के सभी नॉन-कार्गो संस्करणों की कीमतों में 8,000 रुपये की वृद्धि
नयी दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अगले साल जनवरी से वाहनों की कीमतों में वृद्धि की योजना बना रही है ताकि इनपुट लागत में वृद्धि के प्रभाव को कम किया जा सके। वाहन कंपनी ने विवरण साझा किए बिना कहा कि मूल्य वृद्धि अलग-अलग मॉडल की अलग-अलग होगी।
एमएसआई ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘पिछले एक साल में, विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए, कंपनी के लिए मूल्य वृद्धि के माध्यम से उपरोक्त अतिरिक्त लागतों का कुछ प्रभाव ग्राहकों पर डालना अनिवार्य हो गया है।’’ जनवरी 2022 में मूल्य वृद्धि की योजना बनाई गई है और मूल्य वृद्धि विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी।
महंगी हुई ईको कार
मारुति सुजुकी इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने यात्री एयरबैग लगाने के साथ लागत बढ़ने की वजह से अपनी ईको वैन के सभी नॉन-कार्गो संस्करणों की कीमतों में 8,000 रुपये की वृद्धि की है। कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि कीमत में वृद्धि 30 नवंबर, 2021 से प्रभावी है। ईको के यात्री संस्करण की कीमत 4.30 लाख रुपये से शुरू होती है और 5.6 लाख रुपये तक जाती है, जबकि एम्बुलेंस संस्करण की कीमत 7.29 लाख रुपये (दिल्ली शोरूम) है। इससे पहले इस साल सितंबर में कंपनी ने सेलेरियो को छोड़कर अपनी सभी कारों की कीमतों में 1.9 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की थी। यह इस साल उसके यात्री वाहनों की कीमतों में तीसरी वृद्धि थी।
मारुति की बिक्री में बड़ी गिरावट
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर माह में कुल बिक्री 139184 यूनिट की रही। इसमें डॉमेस्टिक सेल्स की हिस्सेदारी 113,017 यूनिट की और एक्सपोर्ट की हिस्सेदारी 21,393 यूनिट की रही। नवंबर 2020 में मारुति की कुल बिक्री 153223 यूनिट रही थी। वहीं घरेलू बिक्री 138,956 यूनिट और निर्यात 9,004 यूनिट का रहा था। नवंबर 2021 में मारुति की मिनी सेगमेंट कारों की बिक्री घटकर क्रमश: 17473 यूनिट और 57019 यूनिट रह गई।