Auto Company Sales Report: आज देश में बिजनेस कर रही सभी बड़ी छोटी कंपनियों ने अपना वार्षिक रिपोर्ट जारी कर दिया है। इस रिपोर्ट में पिछले साल कंपनी के गाड़ियों की हुई टोटल बिक्री की जानकारी दी गई है। देश की सबसे बड़ी वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की मार्च महीने में कुल बिक्री मामूली गिरावट के साथ 1,70,071 इकाई रह गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 1,70,395 वाहन बेचे थे। एमएसआई ने शनिवार को बिक्री आंकड़े जारी करते हुए कहा कि घरेलू बाजार में उसने डीलरों को 1,39,952 वाहनों की आपूर्ति की जो मार्च 2022 के 1,43,899 वाहनों की तुलना में तीन प्रतिशत कम है। हालांकि पिछले महीने कंपनी का निर्यात 14 प्रतिशत बढ़कर 30,119 इकाई हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 26,496 इकाई था। समूचे वित्त वर्ष (2022-23) में मारुति की थोक बिक्री कुल 19,66,164 वाहनों की रही जो अब तक का रिकॉर्ड प्रदर्शन है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने कुल 16,52,653 वाहनों की बिक्री थी। समाप्त हुए वित्त वर्ष में कंपनी की घरेलू बिक्री 17,06,831 इकाई की रही जबकि वर्ष 2021-22 में यह 14,14,277 इकाई थी। इस दौरान इसका निर्यात भी 2,38,376 इकाई से बढ़कर 2,59,333 इकाई हो गया।
टाटा को मिला ग्रोथ का इंजन
घरेलू वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स की मार्च में घरेलू बाजार में थोक बिक्री तीन प्रतिशत बढ़कर 89,351 इकाई हो गई। कंपनी ने शनिवार को एक बयान में बिकी आंकड़े जारी करते हुए कहा कि मार्च, 2022 में उसने 86,718 इकाइयों की बिक्री की थी। टाटा मोटर्स के मुताबिक, पिछले महीने उसने घरेलू बाजार में 44,044 यात्री वाहनों की बिक्री की जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 42,293 इकाई का था। मार्च में उसकी वाणिज्यिक वाहन बिक्री एक साल पहले के 47,050 वाहनों से मामूली रूप से गिरकर 46,823 वाहन पर आ गई। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कंपनी की कुल घरेलू बिक्री 9,31,957 इकाई की रही जो वित्त वर्ष 2021-22 के 6,92,554 इकाई की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। इस वित्त वर्ष में टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की बिक्री 3,70,372 इकाई से 45 प्रतिशत बढ़कर 5,38,640 इकाई हो गई। टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत में यात्री वाहनों की बिक्री का नया रिकॉर्ड बना है। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण लंबित मांगों के आने, नए मॉडल पेश किए जाने और सेमीकंडक्टर की स्थिति सुधरने से इस तेजी को बल मिला।
एमजी मोटर इंडिया का बड़ा छलांग
वाहन विनिर्माता कंपनी एमजी मोटर इंडिया की मार्च में खुदरा बिक्री एक साल पहले की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़कर 6,051 इकाई हो गई, जो किसी एक महीने में उसकी सर्वाधिक बिक्री है। कंपनी ने शनिवार को एक बयान में मार्च, 2023 के बिक्री आंकड़े जारी करते हुए कहा कि उसकी इस उपलब्धि में स्थानीयकरण के जरिये सेमीकंडक्टर आपूर्ति में सुधार लाना और लॉजिस्टिक बाधाओं को कम करने की अहम भूमिका रही है। कंपनी ने कहा कि निकट भविष्य में यह गति जारी रहने के साथ इसमें और तेजी आने की भी उम्मीद है। कंपनी की मार्च, 2022 में खुदरा बिक्री 4,721 इकाई रही थी। एमजी मोटर इंडिया के वरिष्ठ निदेशक (बिक्री) राकेश सिडाना ने कहा, “नई एमजी हेक्टर भारत की पहली इंटरनेट एसयूवी है और यह बाजार में मजबूत पकड़ बनाए हुए है। मॉडल ने बाजार में आने के बाद इस मार्च में अब तक की दूसरी सर्वाधिक बिक्री दर्ज की है।” कंपनी ने कहा कि वह अपने आगामी इलेक्ट्रिक वाहन 'कॉमेट' को बाजार में उतारने की तैयारी कर रही है।
टोयोटा के ग्राहकों में आई वृद्धि
वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की बिक्री सालाना आधार पर नौ प्रतिशत वृद्धि के साथ मार्च में 18,670 इकाई हो गई। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि मार्च, 2022 में घरेलू बाजार में 17,131 वाहनों की बिक्री हुई थी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि समाप्त वित्त वर्ष में उसकी थोक बिक्री 41 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,74,015 इकाई रही जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में उसने 1,23,770 इकाइयों की बिक्री की थी। टीकेएम के उपाध्यक्ष (बिक्री एवं रणनीतिक विपणन) अतुल सूद ने एक बयान में कहा, “हम सकारात्मक स्थिति में इस वित्त वर्ष का समापन करते हुए बहुत खुश हैं और वित्त वर्ष 2024-25 में भी यही गति और वृद्धि की उम्मीद करते हैं।
Kia को कम पसंद कर रहे लोग
वाहन विनिर्माता किआ इंडिया की थोक बिक्री मार्च में पांच प्रतिशत गिरावट के साथ 21,501 इकाई रही, जो मार्च, 2022 में 22,622 इकाई रही थी। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने पिछले महीने वितरकों को सॉनेट की 8,677 इकाइयों, सेल्टोस की 6,554 इकाइयों और कारेंस की 6,102 इकाइयों की आपूर्ति की। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 44 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2,69,229 इकाइयां बेचीं, जबकि 2021-22 में कंपनी ने 1,86,787 इकाइयां बेची थीं। किआ इंडिया के उपाध्यक्ष और बिक्री व विपणन प्रमुख हरदीप सिंह बराड़ ने एक बयान में कहा, “भविष्य को देखते हुए डिजायन के साथ-साथ अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर हमारा मुख्य ध्यान होने के कारण हमें भारतीय बाजार और युवा पीढ़ी के ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद मिली।
हुंडई मोटर इंडिया का फिर रहा जलवा
प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया की मार्च में थोक बिक्री एक साल पहले की तुलना में 11 प्रतिशत बढ़कर 61,500 इकाई हो गई। कंपनी ने शनिवार को मार्च, 2023 के थोक बिक्री आंकड़े जारी करते हुए कहा कि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 55,287 वाहनों की बिक्री की थी। बीते महीने हुंडई ने घरेलू बाजार में 50,600 वाहनों की बिक्री की जो मार्च 2022 के 44,600 वाहनों की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। मार्च में इसने 10,900 इकाइयों का निर्यात किया जो पिछले साल समान समय में 10,678 इकाई था। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में उसकी कुल बिक्री 7,20,565 इकाई रही, जो 2021-22 के 6,10,760 इकाई से 18 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी के मुताबिक, भारत में संचालन शुरू करने के बाद उसका एक वित्त वर्ष में यह सर्वाधिक बिक्री आंकड़ा है। हुंदै मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) तरुण गर्ग ने बयान में कहा कि हुंडई मोटर इंडिया के लिए वित्त वर्ष 2022-23 अभूतपूर्व रहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय वाहन उद्योग की गति जारी रहेगी।