भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग में मार्केट लीडर मारुति और हुंडई के पैरों के नीचे की जमीन दरकने लगी है। वहीं टाटा और महिंद्रा जैसी देसी कंपनियों के अलावा किआ ग्राहकों के दिलोदिमाग पर छाने लगी हैं। ग्राहकों के इस बदलते रुझानों को देखते हुए देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर का भी गणित बदलने लगा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) और हुंडई मोटर (HMI) की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2022-23 में इससे पिछले साल के मुकाबले घटी है। दूसरी ओर टाटा मोटर्स (Tata Motors), महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) और किआ इंडिया (Kia India) की बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी हुई है।
घट रही मारुति हुंडई की हिस्सेदारी
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) की खुदरा बिक्री के आंकड़ों के अनुसार, मारुति सुजुकी की खुदरा बिक्री वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 14,79,221 इकाई रही। वित्त वर्ष 2021-22 में खुदरा बिक्री 12,39,688 इकाई रही थी। हालांकि इस दौरान एमएसआई की बाजार हिस्सेदारी 42.13 प्रतिशत से घटकर 40.86 प्रतिशत रही। इससे पहले, एमएसआई ने कहा था कि वित्त वर्ष में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कमी से लगभग 3.8 लाख इकाइयों के ऑर्डर लंबित हुए। इसी तरह, हुंडई मोटर इंडिया की खुदरा बिक्री समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 5,25,088 इकाई रही। हालांकि इस दौरान इसकी बाजार हिस्सेदारी 16.28 प्रतिशत से घटकर 14.51 प्रतिशत रह गई।
टाटा महिंद्रा और किआ बन रहे पसंद
आंकड़ों के अनुसार, टाटा मोटर्स की बाजार हिस्सेदारी 11.27 प्रतिशत से बढ़कर 13.39 प्रतिशत हो गई। इस दौरान इसकी यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री भी 3,31,637 इकाई से बढ़कर 4,84,843 इकाई हो गई। फाडा ने कहा कि इसी तरह, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने पिछले वित्त वर्ष में 3,23,691 यात्री वाहन बेचे। वित्त वर्ष 2021-22 में इसने 1,99,125 इकाइयों की बिक्री की थी। वहीं इसकी बाजार हिस्सेदारी पिछले वित्त वर्ष में 6.77 प्रतिशत से बढ़कर 8.94 प्रतिशत रही। वहीं किआ इंडिया की बाजार हिस्सेदारी भी बीते वित्त वर्ष में 5.3 प्रतिशत से बढ़कर 6.42 प्रतिशत हो गयी। इस दौरान कंपनी की खुदरा बिक्री भी 1,56,021 इकाई से बढ़कर 2,32,570 इकाई हो गई।
इन तीन कंपनियों में भी दिखी ग्रोथ
अन्य वाहन कंपनियांः टोयोटा किर्लाेस्कर मोटर और स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन समूह की भी बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़ी है। फाडा ने देश भर के 1,434 आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों) में से 1,349 से पंजीकरण आंकड़े एकत्र किए हैं।