ऑटो कंपनी महिंद्रा ग्रुप अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बड़ा ऐलान किया है। कंपनी अपना दबदबा एसयूवी और ईवी सेगमेंट में मजबूत करने के लिए कई नए मॉडल उतारने की योजना है। इस बाबत महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनीश शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि समूह की अगले तीन साल में 37,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है जिसका बड़ा हिस्सा वाहन खंड को जाएगा। कंपनी की योजना वर्ष 2030 तक पारंपरिक इंजन आईसीई वाले 9 एसयूवी, 7 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और सात हल्के वाणिज्यिक वाहन पेश करने की है। कंपनी नए मॉडल पेश करने के साथ-साथ मौजूदा मॉडलों के उन्नत संस्करण लाने पर आईसीई खंड में 14,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
छह एकदम नए मॉडल होंगे
इस दौरान पेश किए जाने वाले नौ आईसीई एसयूवी में से छह एकदम नए मॉडल होंगे जबकि तीन मौजूदा मॉडल के उन्नत संस्करण होंगे। शाह ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के तिमाही नतीजों पर एक चर्चा में संवाददाताओं से कहा कि अगले तीन वर्षों में हम 37,000 करोड़ रुपये की नकदी लगाने पर विचार कर रहे हैं। इसका एक बड़ा हिस्सा वाहन खंड को जा रहा है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 और 2026-27 के बीच वाहन खंड के लिए 27,000 करोड़ रुपये चिह्नित कर रखे हैं।
ईवी सेंगमेंट में 12 हजार करोड़ निवेश होंगे
शाह ने कहा कि ईवी खंड में भी कंपनी 12,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस निवेश के लिए वित्त के इंतजाम पर शाह ने कहा कि कंपनी को बाहर से धन की जरूरत नहीं पड़ेगी और वाहन कारोबार खुद ही नकदी जुटा लेगा। इसके अलावा, कंपनी कृषि और सेवा कारोबार में भी 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक और सीईओ (वाहन एवं कृषि उपकरण) राजेश जेजुरिकर ने कहा कि कंपनी की योजना अगले साल के अंत तक अपनी एसयूवी की विनिर्माण क्षमता को मौजूदा 49,000 इकाई से बढ़ाकर 64,000 इकाई प्रति माह करने की है।