वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एम एंड एम) की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई महिंद्रा बांग्लादेश प्राइवेट लिमिटेड (एमबीपीएल) का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एम एंड एम ने बयान में कहा कि एमबीपीएल ने 14 मार्च, 2023 को अपने शेयरधारकों की अंतिम असाधारण आम बैठक बुलाई और अंतिम स्वैच्छिक समापन को मंजूरी दी। इसमें कहा गया है कि एमबीपीएल को समाप्त कर दिया गया है और 14 मार्च 2023 से अस्तित्व में नहीं है। एमबीपीएल के शेयरधारकों ने 14 सितंबर 2022 को आयोजित एक बैठक में इकाई को बंद करने और समापन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक परिसमापक की नियुक्ति का प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद कंपनी ने कोई व्यावसायिक परिचालन नहीं किया।
घाटे के चलते बंद हुई कंपनी
एमबीपीएल की 31 मार्च 2022 तक परिचालन से शून्य आय थी। एमबीपीएल की शुद्ध आय पिछले वित्त वर्ष यानी 31 मार्च, 2022 तक 3.18 करोड़ रुपये थी। यह एमएंडएम के एकीकृत शुद्ध आय का 0.01 प्रतिशत था। बता दें कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी कार बनाने वाली कंपनियां अपना परिचालन बंद कर चुकी हैं। टोयोटा ने बीते साल से प्लांट बंद कर रखे है। टोयोटा की पाकिस्तान असेंबलर इंडस मोटर कंपनी (आईएमसी) ने 20 से 30 दिसंबर के बीच अपने उत्पादन संयंत्र को पूरी तरह से बंद करने की घोषणा की थी। टोयोटा ने भी इस कदम के लिए आयात की मंजूरी से संबंधित देरी को जिम्मेदार ठहराया है। नवंबर में एक कॉरपोरेट ब्रीफिंग सत्र के दौरान कंपनी ने कहा कि देश के केंद्रीय बैंक ने आयात प्रतिबंध लगाए हैं और चल रही मुद्रा का मूल्य घटने से पाकिस्तान के ऑटो सेक्टर में सेंध लगा रही है।
कई छोटी कंपनियां भी बंद कर रही हैं प्लांट
पाकिस्तान में सिर्फ सुजुकी या टोयोटा ही नहीं बल्कि कई छोटी कंपनियां भी पार्ट की किल्लत से बेहाल हैं। स्थानीय कंपनी बलूचिस्तान व्हील्स लिमिटेड (BWHL) जैसी अन्य कंपनियों ने भी घोषणा की है। मिल्लत ट्रैक्टर्स लिमिटेड ने भी देश में ट्रैक्टरों की मांग में गिरावट का हवाला देते हुए शुक्रवार को अपना उत्पादन बंद करने की घोषणा की।