हुंडई मोटर इंडिया भारतीय बाजार के लिए जोर-शोर से तैयारी करती मालूम पड़ रही है। इसका अंदाजा 15 अक्टूबर को 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के ओपन होने से लगाया जा सकता है। यह आईपीओ भारत में अबतक का सबसे बड़ा आईपीओ है। लाइवमिंट के मुताबिक, कंपनी ने इस आईपीओ में शेयर का प्राइस बैंड 1865 से लकेर 1960 रुपये प्रति शेयर तय किया है। बोली के पहले दिन दोपहर 2:48 बजे तक बुक बिल्ड इश्यू 0.15 गुना सब्सक्राइब हो चुका था, पब्लिक इश्यू का रिटेल हिस्सा 0.23 गुना बुक हो चुका था, और एनआईआई हिस्सा 0.10 गुना सब्सक्राइब हो चुका था। क्यूआईबी हिस्सा 0.01 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। अब सवाल है कि क्या हुंडई मोटर इंडिया भारत में अपने भविष्य के लिए तैयार है?
कंपनी अपनी एसयूवी सेगमेंट को करेगी और मजबूत
हुंडई मोटर इंडिया ने भारत में लगातार तेजी से बढ़ रहे एसयूवी सेगमेंट को और मजबूत करने की तैयारी में है। कंपनी ने हालांकि इस सेगमेंट पर वित्तीय तौर पर और रणनीतिक तौर पर काफी फोकस किया है और उसे इसमें काफी सफलता भी मिली है। बावजूद कंपनी को इस सेगमेंट में तगड़ा कॉम्पिटीशन भी मिल रहा है। साथ ही इस सेगमेंट में नए प्लेयर की एंट्री ने कॉम्पिटीशन को और भी तेज कर दिया है। बेशक कंपनी का यह आईपीओ एक अहम कदम है, लेकिन लंबी अवधि में सफलता कॉम्पिटीटिव माहौल में खुद को बेहतर साबित करने पर निर्भर करेगा।
कंपनी की क्या है मजबूती
हुंडई मोटर इंडिया का व्यापक सर्विस नेटवर्क और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन ने कंपनी को एसयूवी सेगमेंट अग्रणी बनाए रखा है। एसयूवी की घरेलू बिक्री में कंपनी की मार्केट हिस्सेदारी लगातार बढ़ती चली गई है। वित्तीय वर्ष 2022 में कंपनी की कुल एसयूवी बिक्री में मार्केट हिस्सेदारी 52 प्रतिशत, वित्तीय वर्ष 2023 में 53.2 प्रतिशत, वित्तीय वर्ष 2024 में 63.2 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2025 में 67.4 प्रतिशत दर्ज की गई है। सर्विस नेटवर्क के मामले में भी कंपनी काफी दमदार पोजीशन में है। प्रति सेल्स आउटलेट पर औसतन सर्विस आउटलेट की संख्या के मामले में भी कंपनी की पोजीशन बेहतर है। अगर मारुति सुजुकी का यह औसत 1.3 है तो हुंडई मोटर इंडिया का औसत 1.1 है।
कंपनी के पास हैं मौके
लाइवमिंट के मुताबिक, ऑटोमोटिव इंडस्ट्रीज में एसयूवी सेगमेंट सबसे ज्यादा मजबूत है और इसमें ग्रोथ भी लगातार जारी है। हुंडई मोटर इंडिया ने इस ग्रोथ को लीड किया है। खासकर मिड साइज एसयूवी की डिमांड जबरदस्त है। यह हुंडई मोटर इंडिया के लिए और भी शानदार मौका क्रिएट कर सकता है। बीते पांच साल में एसयूवी सेगमेंट की ग्रोथ का ट्रेंड काफी बेहतर देखने को मिला है।