भारत में परिवहन के कई अवसर हैं, अभी तक इसका पर्याप्त इस्तेमाल नहीं हो सका है। भारत मात्रा के हिसाब से सबसे बड़े बाजारों में से एक है और यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐप आधारित टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली कंपनी उबर ने यह बात कही है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, कंपनी के भारत और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष प्रभजीत सिंह ने शुक्रवारक को कहा कि उत्पादों और सेवाओं की बेहतर सीरीज और मजबूत वृद्धि के बावजूद कंपनी ने भारत में अभी महज शुरुआत ही की है। उबर ने भारत को अत्यंत महत्वपूर्ण बाजार करार देते हुए कहा कि जो इस राइड-हाइलिंग मंच को कई दशक तक अवसर उपलब्ध करा सकता है।
मॉडर्न इनोवेशन लाना जारी रखेगी उबर
खबर के मुताबिक, प्रभजीत ने परिवहन की दिग्गज कंपनी उबर बाजार में मॉडर्न इनोवेशन लाना जारी रखेगी और भारत-पहले इनोवेशन को दुनिया के बाकी हिस्सों में भी ले जाएगी। उन्होंने कहा कि हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, फिर भी अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। भारत का कारोबार कई विकास इंजनों पर आधारित है, जिनमें उबर ऑटो और मोटो शामिल हैं। कंपनी के शीर्ष अधिकारी का कहना है कि किसी भी बाजार या कैटेगरी में तेज प्रतिस्पर्धा इस बात का संकेत है कि वह क्षेत्र अविश्वसनीय रूप से तेजी से बढ़ रहा है और नए इनोवेशन को आकर्षित कर रहा है।
सामाजिक सुरक्षा संहिता जैसे कानून की वकालत
श्रम मंत्रालय के गिग वर्कर्स के लिए प्रस्तावित सामाजिक सुरक्षा ढांचे पर सिंह ने कहा कि उबर हमेशा से सामाजिक सुरक्षा संहिता जैसे कानून की वकालत करने में सबसे आगे रही है। यहां बता दें, ऑनलाइन मंच के लिए काम करने वाले अस्थायी कर्मचारियों को गिग वर्कर्स कहा जाता है। अधिकारी ने कहा कि हम पहले से ही चालकों को ई-श्रम मंच के जरिये रजिस्ट्रेशन कराने को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
हम सामाजिक सुरक्षा कोष के ‘कोड’ में योगदान करने के लिए तैयार हैं, जो‘गिग’ लेबर का समर्थन करने के लिए जरूरी कोशिसों को फंड मुहैया करा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि यह कई देशों के लिए एक स्वर्ण-मानक मॉडल बन सकता है। उबर इसका तत्काल और तुरंत अमल चाहता है। कंपनी पहले दिन से ही इसे अपनाने के लिए तैयार है।