EGR Valve: वाहन चलाते समय अक्सर लोग छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। डीजल और पेट्रोल इंजन वाले वाहनों में अंतर होने के कारण दोनों के पिकअप में बदलाव होता है। इसलिए गाड़ी खरीदने के बाद आपको अपनी गाड़ी के बारे में कई जानकारी होनी बहुत जरूरी है। इससे ये फायदा होगा कि गाड़ी में अगर थोड़ी सी भी परेशानी होगी तो आपको तुरंत पता चल जाएगा और वाहन में अधिक हैमेज नहीं होगा और आप समय पर इसे ठीक करा सकते हैं।
डीजल इंजन की बात करें तो इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। खासतौर पर वे लोग जो ईजीआर वाल्व चेक करना भूल जाते हैं। अगर इसमें खराबी आती है, तो इससे गाड़ी के माइलेज और पिकअप दोनों पर असर पड़ता है। इसलिए अगर आपके पास भी डीजल इंजन वाली कार है तो इसके बारे में जरूर जान लें।
डीजल कार में EGR वाल्व क्या होता है?
डीजल वाहनों में पिकअप बढ़ाने का काम ईजीआर वाल्व द्वारा होता है। सिर से जुड़े होने के साथ ही इसका एक पाइप मैनिफोल्ड में चला जाता है। ईजीआर वाल्व इंजन की परफॉर्मेंस को हमेशा नए जैसा बनाए रखने में काफी मदद करता है। इसे गर्म करने के बाद गाड़ी का माइलेज कम हो जाता है। इस कारण से, इंटरकूलेंट सिस्टम अंदर से जुड़ी हुई है। यह इंजन के अंदर इंटरकूलर से जुड़ा होता है।
इंजन की लाइट चेक करें
अगर ईजीआर वाल्व में किसी तरह की खराबी हो तो डैशबोर्ड खोलकर एक बार चेक कर लें। अगर चेक करने के दौरान इंजन की लाइट ऑन है तो समझ लीजिए कि उसमें कोई खराबी है। इतना ही नहीं, इससे वाहन का पिकअप कम होने के अलावा धुएं से जुड़ी समस्याएं भी होती हैं। ईजीआर वाल्व और इंटरकूलेंट सिस्टम मोटर को ड्राइविंग करते समय बहुत गर्म होने के बाद ठंडा करने में मदद करती है।
ईजीआर एरर कोड से परेशान न हों
ईजीआर वाल्व में खराबी के बाद गाड़ी स्टार्ट करते समय उसके अंदर से तेल की गंध आती है। वहीं अगर आपको बार-बार वाल्व का एरर कोड दिखाई दे तो इसे तुरंत किसी ट्रेंड मैकेनिक को दिखाएं। धूल हटाने के बाद हो सकता है कि कुछ समय के लिए यह कोड दिखाई न दे, लेकिन बाद में इस प्रकार की समस्या दोबारा हो सकती है। मोटर या वाल्व जाम होने के कारण एरर कोड बार-बार दिखाई देता है।