F1 Car Without Airbag: हमारे देश की सड़कों पर ज्यादातर सामान्य कारें ही नजर आती हैं। इसकी रफ्तार भले ही ज्यादा हो, लेकिन सड़क को देखते हुए लोग इसे 100 से 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही चलाते हैं। वहीं दूसरी तरफ कई लग्जरी और स्पोर्ट्स कार भी उपलब्ध हैं। जिसे हाईवे पर खाली सड़क होने पर 200 से ज्यादा स्पीड तक चलाया जा सकता है। युवाओं में स्पीड को लेकर काफी क्रेज है। कार खरीदते समय लोग लुक और डिजाइन के साथ-साथ फीचर्स चेक करने के बाद उसकी स्पीड चेक करते हैं। फॉर्मूला वन कार की रफ्तार 300 से 400 किमी प्रति घंटे के बीच होती है। रफ्तार तेज होने के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। इसके बावजूद इसमें एयरबैग्स नहीं हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
फॉर्मूला वन कारों में एयरबैग नहीं होने के कारण
फॉर्मूला वन कार को चलाते समय ड्राइवर उसमें लगभग सोने की स्थिति में बैठते हैं। इसके अलावा सिर पर हेलमेट लगाने के साथ ही कंधे पर सुरक्षा के लिए बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। सामान्य कारों में, 2 या 3-पॉइंट सीट बेल्ट का उपयोग किया जाता है। लेकिन इसमें 5 से 6 प्वाइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से कार चला रहा शख्स सीट से पूरी तरह चिपका रहता है। अगर किसी वजह से हादसा हो भी जाता है तो ड्राइवर सामने वाले बोनट या स्टेयरिंग से नहीं टकरा सकता। इसलिए F1 कारों में एयरबैग नहीं होता है।
6 प्वाइंट सीट बेल्ट क्या है?
पुराने समय में कार में केवल 2-पॉइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता था। ड्राइवर को सीट से बांधे रखने के लिए यह काफी नहीं है। आज के समय में आने वाली सभी गाड़ियों में 3-पॉइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। साधारण शब्दों में जहां भी वाहन में सीट बेल्ट बंधी होती है, उसे प्वाइंट कहते हैं। इसी तरह अगर किसी गाड़ी में 6 प्वाइंट सीट बेल्ट है तो इसका मतलब है कि यह बेल्ट 6 जगहों पर गाड़ी से बंधी है।
F1 कार की कीमत करोड़ों में है
लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कारों में एयरबैग अनिवार्य कर दिया है। अब आप इसे 5 से 6 लाख रुपये की कार में भी देख सकते हैं। हादसे की स्थिति में इससे लोगों की जान बच जाती है। एक फॉर्मूला वन कार की कीमत करीब 100 करोड़ रुपए से शुरू होती है। रेसिंग के दौरान इसकी स्पीड इतनी तेज होती है कि कई बार तो ड्राइवर लोगों की आवाज भी नहीं सुन पाते हैं। बावजूद इसके इसमें एयरबैग्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।