Highlights
- रॉल्स रॉयस (Rolls Royce) ने 117 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा कारें बेची हैं
- पिछले साल रोल्स रॉयस ने पूरी दुनिया में 5586 कारों की डिलीवरी की
- BMW की वर्ष 2021 के दौरान भारत में बिक्री 34% बढ़कर 8,876 इकाई पर
बीते दो साल से पूरी दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही है। श्रीलंका से लेकर मैक्सिको जैसे देश गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद अल्ट्रा लक्जरी कार निर्माताओं के माथे पर कोई शिकन नहीं है। करोड़ों रुपये की कार बनाने वाली इन कंपनियों ने 2021 में छप्परफाड़ कारोबार किया है। अल्ट्रा रिच लोगों की कमाई बढ़ने के चलते बेहद महंगी कारें बनाने वाली कंपनियों का कारोबार आसमान छू रहा है।
इसका एक बड़ा उदाहरण सबसे महंगी कार बनाने वाली कंपनी रॉल्स रॉयस की सालाना सेल के आकड़े से सामने आया है। साल 2021 में रॉल्स रॉयस (Rolls Royce) ने 117 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा कारें बेची हैं। दूसरी ओर बेंटले (Bentley) ने भी 2021 में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है।
रॉल्स रॉयस ने बेची 5500 से ज्यादा कारें
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल रोल्स रॉयस ने पूरी दुनिया में 5586 कारों की डिलीवरी की। यह कंपनी के 117 साल के इतिहास में एक साल में अब तक की सबसे बड़ा आंकड़ा रहा है।। दूसरी ओर लैंबोर्गिनी के सीईओ स्टीफन विंकेलमैन ने कहा कि 2021 का साल पहले से ही अब तक के सबसे अच्छे वर्ष से कुछ ज्यादा है। हालांकि कंपनी ने सेल्स के आकड़े जारी नहीं किए हैं। बेंटले और लैंबोर्गिनी दोनों फॉक्सवैगन ग्रुप का हिस्सा हैं।
BMW ने हासिल की 34% की ग्रोथ
जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू की वर्ष 2021 के दौरान भारत में बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर 8,876 इकाई पर पहुंच गई। कंपनी की बिक्री में पिछले एक दशक के सबसे अधिक वृद्धि हुई है। कंपनी ने बीते वर्ष 8,236 बीएमडब्ल्यू इकाइयों और 640 मिनी इकाइयों की बिक्री की। इसके अलावा बीएमडब्ल्यू मोटरराड ने इस दौरान 5,191 मोटरसाइकलों की बिक्री की। वाहन विनिर्माता कंपनी ने वर्ष 2020 के दौरान सभी वाहनों समेत 6,604 इकाइयों की बिक्री की थी।
भारतीयों को भाई लंबरगिन्नी
इटली की सुपर स्पोर्ट्स कार कंपनी लैम्बॉर्गिनी के लिए भारत में बीता साल काफी अच्छा रहा है। कंपनी भारत में सुपर लग्जरी कारें बेचती हैं। इनकी कीमत 3.16 करोड़ रुपये से शुरू होती है। कंपनी के मुताबिक 2021 में भारतीय बाजार में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है। कंपनी ने 2019 में भारत में 52 कारें बेची थीं, जो उसका अबतक का रिकॉर्ड है। हालांकि, कंपनी ने भारतीय बाजार में 2021 के लिए अपने पूर्ण बिक्री आंकड़ों की घोषणा नहीं की है, लेकिन वैश्विक स्तर पर उसके प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है। वैश्विक स्तर पर 2021 में कंपनी की बिक्री 23 प्रतिशत बढ़कर 6,902 इकाई पर पहुंच गई। 2019 की तुलना में भी 2021 में कंपनी की वैश्विक बिक्री छह प्रतिशत बढ़ी है।
डबल हुई ऑडी की बिक्री
जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माता कंपनी ऑडी की वर्ष 2021 के दौरान भारत में खुदरा बिक्री दोगुना बढ़कर 3,293 इकाई की हो गई। कंपनी ने बताया कि वर्ष 2020 में उसने 1,639 कारें बेचीं थी। ऑडी इंडिया के अनुसार इलेक्ट्रिक कार ई-ट्रॉन 50, ई-ट्रॉन 55, ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक 55, ई-ट्रॉन जीटी, आरएस ई-ट्रॉन जीटी और ए-सेडान के साथ पेट्रोल से चलने वाली क्यू श्रेणी के वाहनों की बिक्री बढ़ने से यह वृद्धि हुई है। इसके अलावा एसयूवी क्यू2, क्यू5 और क्यू8 के साथ ए4 और ए6 मॉडल कंपनी के सबसे अधिक बिकने वाले वाहन बने रहे। वही ऑडी आरएस और एस की 2022 में भी मजबूत मांग जारी है