Car on rent: अकेला घर से दफ्तर या फिर रिश्तेदारी में जाने के लिए लोग ओला, उबर या फिर किसी भी कैब की बुकिंग करते हैं। वहीं दूसरी तरफ परिवार और दोस्तों के साथ घूमने जाने के लिए लोग कार रेंट पर लेते हैं। बहुत सारी ऐसी कंपनियां हैं जो कम कीमत में किराए पर घंटे के हिसाब से कार दे रही है। इसके अलावा आप दिन के हिसाब से भी इसे ले सकते हैं। अधिकतर लोग कार रेंट पर लेते समय कुछ गलतियां कर जाते हैं, जिससे सिक्योरिटी मनी के ऊपर असर पड़ता है। अगर आप भी इसे रेंट पर लेने वाले हैं तो इन बातों का रखें ध्यान।
कार रेंट पर लेते समय पार्ट्स टूलकिट करें चेक
रेंट पर कार लेते समय सभी टूलकिट और स्टेपनी चेक कर लें। दरअसल इमरजेंसी होने पर आपको इन चीजों की जरूरत पड़ सकती है। किसी वजह से ड्राइविंग करते समय टायर फटने या फिर पंचर हो जाने पर आप आसानी से स्टेपनी लगा सकते हैं। इसके अलावा इंजन ऑयल, ब्रेक, एयर बैग्स, एसी और सभी डोर की जांच करें। नट बोल्ट को खोलने और वापस लगाने के लिए टूल किट की जांच करना ना भूलें। अगर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले हैं तो आप अपने अनुसार अलग से भी टूलकिट साथ में रख सकते हैं।
कार रेंट पर लेते समय फर्स्ट ऐड किट करें चेक
कार रेंट पर लेते समय इसके अंदर फर्स्ट एड किट है या नहीं इसकी जांच जरूर करें। किसी भी वजह से दुर्घटना होने पर या फिर छोटी मोटी चोट आने की स्थिति में आप फर्स्ट एड किट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा कार के अंदर फायर एक्सटिंग्विशर होना जरूरी है। सिर्फ इतना ही नहीं आगे और पीछे सभी सीट्स पर सीट बेल्ट की कैसी स्थिति है अगर यह टूट रहा हो तो आप की सुरक्षा को खतरा है।
कार रेंट पर लेते समय कीमत की तुलना है जरूरी
कार रेंट पर लेते समय कीमत की तुलना जरूर कर लें। अगर आप ज्यादा दूर के लिए इसे रेंट पर नहीं लेने वाले हैं तो घंटे के हिसाब से भी पेमेंट कर सकते हैं। शहर से बाहर अगर 1 से ज्यादा लोग जाने वाले हैं तो कार रेंट पर लेना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। आमतौर पर डिपॉजिट के रूप में लगभग 999 से लेकर 5000 रुपये तक देने होते हैं। अगर पहले से ही गाड़ी डैमेज है तो आप इसे चेक कर सिक्योरिटी डिपॉजिट को कटने से बचा सकते हैं।