दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर से खराब हो गई है। पीएम 2.5 का लेवल करीब 300 के आसपास पहुंचने लगा। कार कंपनियां इस प्रदूषण की समस्या को जनाती है। इसी कारण मौजूदा समय में आने वाली अधिकतर अच्छी कारों में एयर प्यूरीफायर लगा हुआ आता है और अगर आपकी कार में एयर प्यूरीफायर नहीं है तो निराश होने की जरूरत नहीं है। आप इसे बाजार से भी लगवा सकते हैं, लेकिन बाहर से एयर प्यूरीफायर खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जिससे कि प्रदूषण के समय बाहर से लगवाया हुआ एयर प्यूरीफायर बेहतर तरीके से काम करे।
बाहर से कार एयर प्यूरीफायर लगवाते समय बरतें ये सावधानियां
- कार एयर प्यूरीफायर चुनते समय आपका ध्यान रखना है कि ऐसा प्यूरीफायर लगवाए जो कि पीएम 2.5 या हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों को फिल्टर कर सके। HEPA फिल्टर हवा के सूक्ष्म कणों को प्योरीफाई करने के लिए उत्तम माना जाता है।
- आपको अपनी गाड़ी के साइज का भी ध्यान रखना है। उसी के अनुसार एयर प्यूरीफायर का चुनाव करना चाहिए।
- कार एयर प्यूरीफायर ऐसा होना चाहिए, जो कि आसानी से आपकी गाड़ी में फिट हो जाए और ग्राहकों को भी कोई दिक्कत न हो।
- कार एयर प्यूरीफायर लेते समय CADR यानी क्लीन एयर डिलीवरी रेट (Clean Air Delivery Rate) को भी देख लेना चाहिए। यह 25m3/ प्रति घंटे से अधिक का अच्छा माना जाता है।
कार एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग करते समय आपको कार की विंडो को बंद रखना चाहिए।
- समय-समय पर अपने फिल्टर की जांच करते रहना चाहिए।
- कम से कम एक सीजन में आपको एयर प्यूरीफायर फिल्टर को बदलना चाहिए।
- गाड़ी में सिगरेट पीने से बचना चाहिए। इससे एयर प्यूरीफायर के काम मुश्किल हो जाता है और फिल्टर भी जल्दी खराब हो जाते हैं।
- अपनी गाड़ी का दरवाजा ज्यादा देर तक खुला रखने से बचें।