देश में कार की खरीदारी का ट्रेंड लगातार बदलता जा रहा है। बीते दिसंबर में भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों के सोमवार को जारी आंकड़ों से पता चला कि बीते महीने लोगों ने एसयूवी पर जोर दिया, जबकि भारी छूट के बावजूद छोटी कारों की तरफ ज्यादा आकर्षित नहीं हुए। यानी बिक्री में गिरावट आई। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, कंपनियों को प्रीमियम वाहनों की बिक्री से लाभ हुआ है, जो मुद्रास्फीति से काफी हद तक अप्रभावित अधिक समृद्ध जनसांख्यिकीय को पूरा करता है।
मारुति और महिंद्रा की बिक्री में भारी उछाल
खबर के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी और महिंद्रा एंड महिंद्रा (MAHM.NS) ने घरेलू एसयूवी बिक्री में क्रमशः 24% और 39% की वृद्धि दर्ज की। भारतीय कार निर्माताओं के एसयूवी सेगमेंट को पिछले साल मजबूत मांग से फायदा हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक, महिंद्रा, जो थार, स्कॉर्पियो और एक्सयूवी जैसी एसयूवी बनाती है, ने साल 2023 में इस कैटेगरी में कई महीनों की रिकॉर्ड बिक्री की। लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष में अब तक हर महीने इसकी बिक्री में 20%-57% की बढ़ोतरी देखी गई है।
एसयूवी की बिक्री
लेटेस्ट आंकड़े बताते हैं कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक एसयूवी की बिक्री मारुति के घरेलू पैसेंजर व्हीकल्स का 36% है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में यह 22% थी, जबकि महिंद्रा की लगभग सभी पीवी बिक्री के लिए जिम्मेदार है। साल के आखिर में, जहां ऑटोमोबाइल कंपनियां आमतौर पर बड़ी छूट प्रदान करते हैं, एंट्र्री लेवल की गाड़ियों की कम डिमांड के साथ, मारुति को अपने कम कीमत वाले मॉडलों पर छूट 40% से 45% तक बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। ऑल्टो और बलेनो जैसी छोटी कारों की बिक्री 29% कम रही।
टू व्हीलर्स की बिक्री का ट्रेंड
टू व्हीलर्स में, बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री में 26% की बढ़ोतरी हुई, जिसे महीने की पहली छमाही में इसकी एंट्री-लेवल मोटरसाइकिलों की मजबूत बिक्री से मदद मिली। खबर के मुताबिक, एक्सपर्ट्स ने कहा है कि महीने की पहली छमाही के दौरान हुए शादी के सीज़न से बजाज और दूसरी मोटरसाइकिल या स्कूटर बनाने वाली कंपनियों को फायदा हुआ। बजाज द्वारा बनाई गई ट्रायम्फ मोटरसाइकिलों की मजबूत मांग ने भी वॉल्यूम बढ़ने में मदद की है।