Highlights
- स्कूटर की कीमत 1.10 लाख रुपये है, इसमें सब्सिडी शामिल नहीं है
- स्कूटर सिंगल चार्ज में 120 किमी. की रेंज देता है टॉप स्पीड 50 किमी.
- जोंटी प्लस की 60वॉट की लिथियम बैटरी 4 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है
भारत में पेट्रोल की महंगाई ने आम आदमी की जेब में आग लगा रखी है। गाड़ी में 1 लीटर तेल भरवाने में ही 100 का पूरा नोट खर्च हो जाता है। लेकिन अब चिंता पर पानी डालिए और पेट्रोल को कहिए गुडबाय। अब न पेट्रोल पंप की लंबी लाइन न हर रोज कीमत बढ़ने का डर, बस कुछ घंटे की चार्जिंग और पूरे हफ्ते का सुकून।
आज हम मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक स्कूटर जोंटी प्लस का रिव्यू कर रहे हैं। इस धाकड़ स्कूटर को हाल ही में यूपी के नोएडा की स्टार्टअप कंपनी अमो ने लॉन्च किया है। आइए जानते हैं कैसा है ये स्कूटर और क्या ये आपके लिए वास्तव में वैल्यू फॉर मनी है?
डिजाइन
स्कूटर के डिजाइन की बात करें तो यह देखने में काफी स्टाइलिश है। यूथ को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने इसे फंकी कलर्स में पेश किया है। स्कूटर में प्लास्टिक बॉडी दी गई है। लेकिन इसकी बिल्ट क्वालिटी दूसरे इलेक्ट्रिक स्कूटरों के मुकाबले हमें मजबूत दिखी। स्कूटर में आपको हैंडल पर एलईडी डीआरएल मिलेगा। हेड लाइट की प्लेसमेंट थोड़ी नीचे दी गई है। आगे के पहिए में डिस्क ब्रेक और पीछे के पहिये में ड्रम ब्रेक मिलेगा।
सेफ्टी फीचर
इसमें सुरक्षा के लिए ‘इलेक्ट्रॉनिक असिस्टेड ब्रेकिंग सिस्टम’ (ईएबीएस) भी मिलेगा। स्कूटर में ट्यूबलैस टायर के साथ अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। जो इसे खूबसूरती और मजबूती देते हैं। स्कूटर में एक्स्ट्रा सेफ्टी के लिए साइड स्टैंड सेंसर भी हैं। जो स्टैंड हटाए बिना इंजन को चालू नहीं होने देता।
सस्पेंशन
स्कूटर का व्हील बेस बड़ा है। हमने इस स्कूटर को उबड़ खाबड़ रास्तों पर भी चलाया। स्कूटर का सस्पेंशन अच्छा है, फ्रंट में टेलिस्कोपिक और पीछे स्प्रिंंग लोडेड गैस सस्पेंशन मिलेगा। लेकिन लॉन्ग लाइफ के लिए हमारी सलाह है कि आप खराब रास्तों को अवॉइड करें।
बैटरी
अब बात करें स्कूटर का दिल यानि इसकी बैटरी की। जोंटी प्लस में कंपनी ने 60वॉट/40 एम्प घंटे की लिथियम बैटरी दी है। फास्ट चार्जिंग की मदद से यह सिर्फ 3 से 5 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है। वहीं 2 घंटे में 60 प्रतिशत चार्ज हो जाती है। यह बैटरी डिटैचेबल है। यानि स्कूटर से निकाल कर आप घर पर अडॉप्टर की मदद से इसे चार्ज कर सकते हैं। बैटरी काफी वजनी है, ऐसे में रोज बैटरी निकाल कर घर ले जाना आपको झंझट भरा और थकाउ काम लग सकता है। वैसे पब्लिक प्लेस पर सीधे चार्ज करने के लिए स्कूटर में सीट के नीचे फुट रेस्ट के पास एक चार्जिंग पॉइंट भी दिया गया है।
स्पीड
जोंटी प्लस का पिकअप अच्छा है। खड़ी चढ़ाई में भी स्कूटर ने पूरा साथ दिया। स्कूटर में 3 क्रूज़ कंट्रोल स्विच दिए गए हैं। इसकी मदद से आप स्कूटर की अधिकतम स्पीड तय कर सकते हैं। पहला लेवल आपको 15 से 20 की स्पीड देता है, वहीं दूसरे लेवल पर 30 से 35 की स्पीड मिलती है। तीसरे लेवल पर टॉप स्पीड 45 से 50 की है। हमारे रिव्यू में स्कूटर किसी भी स्थिति में 50 के पार नहीं गया।
ड्राइविंग फीचर्स
स्कूटर में सामने की ओर डिजिटल डिस्प्ले दिया गया है। जो बैटरी चार्जिंग और स्पीड की डिटेल देता है। आम पेट्रोल स्कूटरों की तरह इसमें भी इंडीकेटर, हेड लाइट और हाईबीम के बटन मिलेंगे। हालांकि स्कूटर चलाते समय इंडीकेटर को तलाशने में हमें कई बार मशक्कत करनी पड़ी। इसकी प्लेसमेंट में सुधार हो सकता है। स्कूटर की चाबी में एंटी थेफ्ट अलार्म दिया गया है। आप दूर से ही स्कूटर को ऑन ऑफ कर सकते हैं। स्कूटर में एक इंजन किल स्विच भी है। जो दाहिने हाथ की ओर क्रूज बटन के ठीक नीचे है। इसकी पोजिशन ने हमें काफी परेशान किया। कई बार क्रूज बटन दबाने की जगह इंजन किल स्विच दबा और तेज ट्रैफिक के बीच स्कूटर बंद हो गया। ये दुर्घटना का कारण बन सकता है।
बैटरी की रेंज
अब सबसे बड़ा सवाल आता है कि यह देता कितना है, यानि सिंगल चार्जिंग में इसकी स्पीड कितनी है। कंपनी का दावा है कि यह स्कूटर मानक परिस्थिति में फुल चार्ज होने पर 120 किमी की रेंज देता है। हमने 80 किमी तक इसे फुल स्पीड पर चलाया। लेकिन इसके बाद बैटरी खत्म होते होते स्पीड भी 10 से 15 पर आ गई। ऐसे में आप 90 से 100 किमी तक इस पर भरोसा कर सकते हैं।
कीमत
अब आखिरी सवाल, कितने का है स्कूटर? तो हम आपको बता दें कि कंपनी ने इसे 1 लाख 10 हजार रुपये में लॉन्च किया है। दिल्ली सहित अन्य राज्यों में सरकारी सब्सिडी के बाद इसकी कीमत और भी कम हो सकती है।
हमारा अनुभव
अब हमारे अनुभव की बात। हमें यह वैल्यू फॉर मनी लगा। हमने इस स्कूटर को करीब 300 किमी. चलाया। स्कूटर की पर्फोर्मेंस ने हमें प्रभावित किया। स्कूटर का पिकअप अच्छा है, सेफ्टी फीचर्स और क्रूज कंट्रोल हमें उपयोगी लगे। हालांकि बैटरी प्लेसमेंट की वजह से स्कूटर में अंडर सीट स्पेस नहीं हैं। साथ ही जहां ओला जैसे कंपटीटर एलईडी डिस्प्ले की पेशकश कर रहे हैं, वहीं एक लाख से अधिक कीमत होने के बाद भी इसमें सिर्फ डिजिटल कंसोल दिया गया है। कंपनी के सर्विस नेटवर्क की परीक्षा अभी बाकी है। ऐसे में लॉन्ग रन में इसकी किफायत कंपनी के सर्विस नेटवर्क पर काफी निर्भर करेगी।