कार खरीदने से पहले लोग बजट के अनुसार लुक और डिजाइन पसंद करते हैं। अगर लंबी दूरी की यात्रा के लिए इसे खरीद रहे हों तो लोग दमदार इंजन और परफॉर्मेंस को लेकर सवाल जरूर करते हैं। आमतौर पर कार खरीदने वाले लोग इसका इस्तेमाल पर्सनल और फैमिली दोनों के लिए करना चाहते हैं। यही वजह है कि कम कीमत में भी अधिक से अधिक लोग जिसमें बैठ सके उसे खरीदते हैं। 6 सीटर कार खरीदने से पहले कुछ बातों के ऊपर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अगर आप भी एक बेहतरीन 6 सीटर कार की तलाश में हैं तो इन 7 बातों के ऊपर जरूर ध्यान दें।
1. हैंडलिंग
अगर आप एक 6 सीटर कार खरीदने जा रहे हैं तो इसकी हैंडलिंग के ऊपर जरूर ध्यान दें। 5 सीटर की तुलना में इसकी लंबाई थोड़ी सी ज्यादा होती है। नए ड्राइवर्स को इसे चलाने में शुरुआती समय में परेशानी होती है। इसके अलावा पार्क करते समय दो लोगों की जरूरत पड़ती है। अगर पार्किंग एक्सपर्ट हों तो इसे आसानी से कहीं भी बैक कर लगा सकते हैं।
2. सर्विसिंग पड़ेगी महंगी
सामान्य कारों की तुलना में इसकी कीमत थोड़ी सी ज्यादा होती है। इसे खरीदने के बाद भी नियमित रूप से सर्विसिंग करवाना जरूरी है। 5 सीटर के मुकाबले इसकी सर्विसिंग थोड़ी सी महंगी पड़ती है। अधिक सीट होने की वजह से लोग 6 सीटर कार खरीदते समय इनके ऊपर बहुत कम ध्यान देते हैं। इसे खरीदने के बाद सर्विसिंग के ऊपर खर्च होने वाले पैसे को लेकर लोग प्रायः परेशान हो जाते हैं।
3. माइलेज
6 सीटर कारों की व्हीलबेस ज्यादा होती है। इसी वजह से इसे चलाना भले ही आसान हो, लेकिन माइलेज के मामले में ये 5 सीटर को टक्कर नहीं दे पाती है। अगर आप भी एक सिक्स सीटर कार खरीदने जा रहे हो तो माइलेज के ऊपर जरूर ध्यान दें। अक्सर लोगों को इसे खरीदने के बाद माइलेज को लेकर शिकायत रहती है।
4. रिपेयरिंग खर्च
6 सीटर कार की रिपेयरिंग करवाने में अधिक पैसे लगते हैं। वहीं अगर पार्ट्स की बात करें तो सभी जगह पर उपलब्ध नहीं होने की वजह से इसकी कीमत भी ज्यादा होती है। कुछ दुकानदार अपने हिसाब से इसकी कीमत लगाते हैं। यही वजह है कि लोग इसे सर्विस सेंटर पर ही रिपेयरिंग करवाना पसंद करते हैं।
5. बूट स्पेस
आप 6 सीटर कार खरीद रहे हो तो इसमें बूट स्पेस होना बहुत जरूरी है। आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल केवल पर्सनल ही नहीं बल्कि फैमिली के लिए भी करते हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ पिकनिक या रिश्तेदारी में जाते समय कार में बूट स्पेस की जरूरत पड़ती है। अगर इसकी कमी हो तो लोग बहुत कम सामान साथ में लेकर जा पाते हैं।
6. आरामदायक सीटें
कार को खरीदते समय केवल सीटों की गिनती ही नहीं करें। सीट पर बैठकर एक बार जरूर चेक कर लें। अगर सभी सीटें आरामदायक हो इस पर बैठने के बाद पैर रखने में किसी भी तरह की दिक्कतें नहीं आए तभी इसे खरीदें। अधिकतर लोग केवल सीटों की गिनती करने के बाद इसे खरीद लेते हैं। लंबी दूरी की यात्रा पर आरामदायक सीटें नहीं होने की वजह से लोगों को दिक्कतें आती है।
7. व्हीलबेस और ग्राउंड क्लीयरेंस
अधिक व्हीलबेस होने की वजह से गाड़ी के अंदर बैठे लोगों को ब्रेकर के ऊपर परेशानी नहीं होती है। वहीं अगर इसकी ग्राउंड क्लीयरेंस कम हो तो कई बार बॉडी को ब्रेकर में टच होने से झटका लगने की संभावनाएं बनी रहती है। अगर गाड़ी की व्हीलबेस ज्यादा हो तो ग्राउंड क्लीयरेंस भी इसी हिसाब से होनी चाहिए। इन दोनों में संतुलन हो तभी किसी भी 6 सीटर कार को खरीदें।