वोल्फ्सबर्ग (जर्मनी)। जर्मनी की प्रमुख ऑटो कंपनी फॉक्सवैगन (Volkswagen) ने कहा कि 2016 में वह दोबारा मुनाफे के रास्ते पर लौट आई है और उस पर डीजलगेट का असर कम हुआ है। डीजलगेट की वजह से कंपनी की बिक्री बहुत अधिक घट गई थी।
2016 में फॉक्सवैगन को 5.1 अरब यूरो (5.4 अरब डॉलर) का शुद्ध मुनाफा हुआ है, जबकि 2015 में कंपनी को 1.6 अरब यूरो का घाटा हुआ था।
फॉक्सवैगन के चीफ एग्जीक्यूटिव मैथिस मुलेर ने एक बयान में कहा कि,
पिछला वित्त वर्ष हमारे लिए काफी चुनौती भरा था, संकट के बावजूद ग्रुप के ऑपरेटिंग बिजनेस ने अभी तक का अपना बेहतर प्रदर्शन किया है।
- फॉक्सवैगन ग्रुप पोर्श, ऑडी और स्कोडा जैसे ब्रांड की बिक्री करता है और इसने विश्लेषकों के अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है।
- 2016 में कंपनी ने 217.3 अरब यूरो का रिकॉर्ड रेवेन्यू अर्जित किया है, जो पिछले साल के मुकाबले 2 प्रतिशत अधिक है।
- 2016 में कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट बढ़कर 7.1 अरब यूरो रहा, जबकि 2015 में 4.06 अरब यूरो का नुकसान हुआ था।
- डीजलगेट घोटाले से इसकी प्रतिष्ठा पर लगी चोट के बावजूद 2016 में कंपनी ने 1.03 करोड़ वाहनों की बिक्री की है।
- यूरोप और एशिया-पेसीफिक रीजन में मजबूत मांग की वजह से कंपनी की बिक्री बढ़ी है।
- फॉक्सवैगन ने कहा है कि उसे 2017 में भी बेहतर बिक्री की उम्मीद है।
कार्यकारियों को मिलेगी तय सीमा में सैलरी
डीजलगेट घोटाले से फॉक्सवैगन पर अरबों डॉलर का जुर्माना भरने का दबाव है। इस वजह से कंपनी ने अपनी मुख्य कार्यकारी के वेतन को 1 करोड़ यूरो तक सीमित कर दिया है। बोर्ड के अन्य सदस्यों के वेतन को भी 55 लाख यूरो तक सीमित कर दिया गया है।
- वेतन में यह कटौती पिछले सालों की तुलना में 40 प्रतिशत है।
- उत्सर्जन मानकों से धोखाधड़ी करने के लिए फॉक्सवैगन ने 1.1 करोड़ कारों में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था।
- सितंबर 2015 में इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ और फॉक्सवैगन की पूरी दुनिया में निंदा हुई।
- इस घोटाले की वजह से फॉक्सवैगन पर अकेले अमेरिका में 22 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।