मुंबई। जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन ने पुणे संयंत्र से शुक्रवार को 10 लाखवीं कार का उत्पादन किया। इस संयंत्र की शुरुआत 2010 में हुई थी। फॉक्सवैगन लंबे समय से दिक्कतों का सामना कर रही है।
कंपनी पुणे संयंत्र से हर साल 20,000 कारों का उत्पादन करती है। इनमें चार मॉडल पोलो, एमियो, वेंटो और स्कोडा रैपिड शामिल हैं। कंपनी घरेलू मांग को पूरा करने के अलावा पुणे संयंत्र से 50 देशों को कार का निर्यात भी करती है।
फॉक्सवैगन इंडिया के प्रबंध निदेशक गुरप्रताप बोपाराय ने कहा कि दस लाखवीं कार का उत्पादन हमारे लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि हम इस उपलब्धि को और आगे ले जाना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा स्थानीयकरण की दिशा में काम करना चाहते हैं, इसके लिए हम उत्पादन बढ़ा रहे हैं और विश्वस्तरीय उत्पादों का विनिर्माण कर रहे हैं।
फॉक्सवैगन समूह अपनी पुनरुद्धार रणनीति के तहत भारत में 8,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। उसने पुणे संयंत्र में एक प्रौद्योगिकी केंद्र भी स्थापित किया है। फॉक्सवैगन दुनिया में कई नामचीन ब्रांडों का प्रतिनिधित्व करता है, जिनमें ऑडी, बेंटले, बुगाती, डुकाती, लेम्बोर्गिनी, पोर्श, स्कैनिया शामिल हैं।