नई दिल्ली। भारत की दिग्गज इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी Infosys (इंफोसिस) अब तेज ग्रोथ हासिल करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से इतर अपना ध्यान फोकस कर रही है। कुछ नया करने की सोच के साथ कंपनी नए क्षेत्रों में उतरने की तैयारी में जुटी हुई है। पिछले कई वर्षों से सुस्त रफ्तार से कंपनी परेशान है और उस पर निवेशकों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स इंटेलिजेंस, ड्राइवर लैस कारों के निर्माण की दिशा में काम कर रही है।
इसकी पहली झलक आज इंफोसिस के नतीजों की घोषणा से ठीक पहले दिखाई दी। कंपनी के सीईओ विशाल सिक्का स्वदेश निर्मित एक खास ड्राइवर लैस वाहन में बैठकर आए। गोल्फ कार्ट आकार के इस वाहन को इंफोसिस की मैसूर स्थित इंजीनियरिंग सर्विस ने विकसित किया है। इस वाहन के संबंध में लोगों की उत्सुक्ता को देखते हुए सिक्का ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी और कहा कि कौन कहता है कि हम परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों का निर्माण नहीं कर सकते।
सिक्का ने ट्वीट में कहा कि ड्राइवर लैस कार जैसी तकनीक पर हम गंभीरता से काम कर रहे हैं। अगर आप आंकड़ों की बात करें तो इस समय हमें कुल आय का 10 फीसदी नई तकनीकों और सेवाओं से प्राप्त हो रहा है। जो कि दो साल पहले तक अस्तित्व में ही नहीं थीं। इस क्षेत्र में विकास की बहुत संभावनाएं हैं और हमारा पूरा ध्यान इसी पर है। ड्राइवर लैस कार के माध्यम से हम दुनिया को बता रहे हैं कि हम तकनीक के मामले में काफी आगे हैं।
टोयोटा और बोइंग जैसे कंपनी के बड़े ग्राहकों के लिए वीआर और ड्राइवर लैस तकनीक के विकास के साथ हम दोबारा अपनी ग्रोथ की रफ्तार तेज करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ड्राइवर लैस कार दुनिया को यह बताती है कि ऑटोनोमस वाहनों के क्षेत्र में दुनिया भर में मौजूद संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए कंपनी पूरी तरह से तैयार है।
सिक्का ने कहा कि इंफोसिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए हजारों इंजीनियरों के एक पूल की स्थापना करना चाहता है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर लैस कार वह तकनीक है जिसे हर ऑटोमोबाइल कंपनी प्राप्त करना चाहती है। और हम इसी के लिए टैलेंट तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।