नई दिल्ली। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने सोमवार को कहा कि भारत में वाहनों का कुल पंजीकरण 2020-21 में 29.85 प्रतिशत घटकर 1,52,71,519 इकाई रह गया, जो पिछले आठ वर्षों में सबसे कम है। वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 2,17,68,502 वाहनों का पंजीकरण हुआ था। फाडा ने एक बयान में कहा कि इस दौरान ट्रैक्टर को छोड़कर सभी श्रेणी के वाहनों के पंजीकरण में कमी आई है।
इस दौरान दोपहिया वाहनों का पंजीकरण 31.51 प्रतिशत, तिपहिया वाहनों का पंजीकरण 64.12 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों का पंजीकरण 49.05 प्रतिशत और यात्री वाहनों का पंजीकरण 13.96 प्रतिशत घटा है। ये आंकड़ा पिछले आठ वर्षों में सबसे कम है। समीक्षाधीन अवधि में यात्री वाहनों का पंजीकरण 23,86,316 इकाई रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 27,73,514 इकाई था। हालांकि, ट्रैक्टर का पंजीकरण पिछले वित्त वर्ष में 16.11 प्रतिशत बढ़कर 6,44,779 इकाई हो गया, जो इससे पिछले वर्ष में 5,55,315 इकाई था।
दो-पहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन में 31.51 प्रतिशत गिरावट आई है और 2020-21 में कुल 1,15,33,336 इकाई पंजीकृत हुईं, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 1,68,38,965 इकाई था। फाडा ने कहा कि चूंकि अप्रैल 2020 में भारत में लॉकडाउन था, और इस दौरान एक भी वाहन नहीं बिका और इसलिए पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल के आंकड़ों की तुलना नहीं की जा सकती। लेकिन मार्च 2021 की तुलना में अप्रैल 2021 में कुल वाहन पंजीकरण में 28.15 प्रतिशत की गिरावट आई है। अप्रैल माह में 11,85,374 इकाई का पंजीकरण कराया गया, जबकि मार्च में यह आंकड़ा 16,49,678 इकाई था।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा कि भारत इस समय कोविड-19 की दूसरी लहर के साथ अपने मुश्किल दौर से गुजर रहा है। इस बार संक्रमण केवल शहरी बाजारों को ही नहीं बल्कि ग्रामीण भारत को भी प्रभावित कर रहा है। 5 अप्रैल से राज्यों ने आंशिक और पूर्ण लॉकडाउन लगाया है, जिसकी वजह से अप्रैल में वाहन पंजीकरण में दोहरे अंकों में गिरावट आई है।
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