नई दिल्ली। बजट भले ही 1 फरवरी को आना हो, लेकिन पिछले हफ्ते मिनी बजट ने आम आदमी को बड़ी राहत दी है। पिछले हफ्ते हुई GST काउंसिल की 25वीं बैठक में कई वस्तुओं पर से जीएसटी की दरें घटा दी थीं। वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में इस्तेमाल किए गए वाहनों से भी जीएसटी कम किया गया था। इस फैसले से देश में पुरानी कारों के बाजार और इसके खरीदारों को बड़ी राहत मिली है। आपको बता दें कि यह फैसला तो पिछले हफ्ते ले लिया गया था, लेकिन सरकार ने इसे लागू 25 जनवरी से किया है। ऐसे में यदि आप पुरानी कार खरीदने की तैयारी में हैं तो अब आपको कम टैक्स चुकाना होगा।
जीएसटी लागू होने के बाद भारत में बड़े आकार की कारें और एसयूवी पर 28% टैक्स लगाया गया था। जिसे घटाकर अब 18% किया गया है। वहीं छोटे आकार की कारों और मोटर वाहनों पर जीएसटी के तहत 28% टैक्स लगाया गया था। वहीं अब इसे घटाकर 12% किया गया है। दोनों ही श्रेणियों में लगने वाले सैस को भी सरकार ने वापस ले लिया है। लागू हुई दरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की उन बसों को ही शामिल किया गया जो सिर्फ बायो फ्यूल से ही चलती हैं।
GST काउंसिल ने एंबुलेंस पर लगने वाला सैस को भी पूरी तरह से हटाने की घोषणा की थी। जो कि अभी तक 15% था। नई जीएसटी दरें लगभग सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों असर करने वाली हैं जिनमें वो लग्ज़री कार कंपनियां भी शामिल हैं जो इस्तेमाल की हुई कारों के बाज़ार का भी हिस्सा हैं। बात करें पुरानी कारों के बड़े डीलर्स की तो यहां पर मारुति की ट्रू वेल्यू और महिंद्रा फर्स्ट चॉइस शामिल हैं। इनके अलावा टायोटा का यू ट्रस्स के साथ ही मर्सडीज़-बैंज़, ऑडी, निसान और रेनॉल्ट जैसी कंपनियों के भी सेकेंड हैंड कारों की डीलरशिप हैं।