नई दिल्ली। प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता Tata मोटर्स अब अपनी छोटी कार Nano के अल्टरनेटिव प्लान पर काम कर रही है। इसकी घटती बिक्री ने उत्पादन को चालू रखना घाटे का सौदा बना दिया है। टाटा मोटर्स के COO सतीश बोरवंकर से जब Nano के भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, आगे बढ़ते हुए कंपनी Nano के अल्टरनेटिव प्लान पर विचार कर रही है। हम इसके इलेक्ट्रिक वर्जन की संभावना तलाश रहे हैं, नैनो का उत्पादन अब फायदे का सौदा नहीं बचा है।
लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कंपनी नैनो का उत्पादन बंद नहीं करेगी क्योंकि इसके पीछे भावनात्मक कारण जुड़ा हुआ है और शेयरधारक भी चाहते हैं कि इसका उत्पादन जारी रखा जाए। सिंगुर प्लांट को बंद करने के बाद टाटा मोटर्स अपनी प्रोडक्शन इकाई को गुजरात के साणद में ले गई थी। बोरवंकर ने बताया कि वर्तमान में प्रति माह तकरीबन 1,000 नैनो की बिक्री हो रही है। साणद प्लांट की असेंबली लाइन में इस समय तीन पैसेंजर वाहन नैनो, टियागो और टिगोर का उत्पादन किया जा रहा है।
टियागो और टिगोर का उत्पादन नैनो की तुलना में ज्यादा है। टाटा के कॉमर्शियल व्हीकल और पैसेंजर व्हीकल की गिरती बिक्री के बारे में पूछे जाने पर बोरवंकर ने कहा कि इसके पीछे की वजह कस्टमर कनेक्ट था, जिसे अब दूर किया जा रहा है। हम अब डीलरशिप पर जाकर ग्राहकों के मुद्दों को समझ रहे हैं। जून, जुलाई और चालू माह में बिक्री ने रफ्तार पकड़ी है। उन्होंने बताया कि टाटा मोटर्स अपनी कॉम्पैक्ट एसयूवी लॉन्च करेगी, जिसे पुण के रंजनगांव प्लांट में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले इसे लॉन्च किया जाएगा।