नयी दिल्ली। घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स लि.(टीएमएल) ने मंगलवार को कहा कि वह यात्री इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार के लिये टीपीजी राइज क्लाइमेट से एक अरब डॉलर (7,500 करोड़ रुपये) जुटाएगी। यह राशि कारोबार के 9.1 अरब डॉलर तक के मूल्यांकन के आधार पर जुटायी जाएगी। कोष का उपयोग कंपनी की नयी अनुषंगी इकाई ‘टीएमएल ईवी कंपनी’ इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार को बढ़ाने के लिये अगले पांच साल में दो अरब डॉलर से अधिक के निवेश के वित्तपोषण में करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि टाटा मोटर्स लि.और टीपीजी राइज क्लाइमेट ने बाध्यकारी समझौता किया है। इसके तहत टीपीजी राइज क्लाइमेट अपने सह-निवेशक एडीक्यू के साथ टाटा मोटर्स की अनुषंगी इकाई में निवेश करेगी। इस अनुषंगी इकाई का गठन हाल में हुआ है। टीपीजी राइज क्लाइमेट निजी निवेश कंपनी टीपीजी के जलवायु क्षेत्र से जुड़ी इकाइयों में निवेश के लिये बनायी गयी इकाई है।
बयान के अनुसार टीपीजी राइज क्लामेट अपने सह-निवेशक के साथ 11 से 15 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिये अनिवार्य परिवर्तनीय निवेश उत्पाद में 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके आधार पर कंपनी का इक्विटी मूल्यांकन 9.1 अरब डॉलर का आंका गया है। एडीक्यू अबू धाबी सरकार की रणनीतिक भागीदारी है और क्षेत्र की सबसे बड़ी होल्डिंग कंपनियों में से एक है। इसका प्रत्यक्ष और परोक्ष से 90 से अधिक स्थानीय तथा अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में निवेश है।
टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि टीपीजी राइज क्लाइमेट भारत में इलेक्ट्रिक यात्री वाहन कारोबार में शामिल हुई है।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी ‘‘2030 तक 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन के लक्ष्य के सरकार के दृष्टिकोण में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
टाटा मोटर्स के समूह सीएफओ (मुख्य वित्त अधिकारी) पी बालाजी ने ‘ऑनलाइन’ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नई अनुषंगी इकाई ‘टीएमएल ईवी कंपनी’ कहलाएगी। यह अगले पांच साल में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के क्षेत्र में विभिन्न उत्पादों, चार्जिंग बुनियादी ढांचा, आधुनिक प्रौद्योगिकी आदि में दो अरब डॉलर से अधिक (16,000 करोड़ रुपये से अधिक) का निवेश करेगी।