मुंबई। टाटा मोटर्स ने शिमला में अपनी इलेक्ट्रिक बसों के पहले बैच का वाणिज्यिक प्रायोगिक परीक्षण शुरू किया है। हिमाचल सड़क एवं परिवहन निगम और राज्य परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से पिछले शुक्रवार को पहली इलेक्ट्रिक बस का शिमला में सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया।
टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों के इंजीनियरिंग प्रमुख ए. के. जिंदल ने कहा कि नौ मीटर लंबी इस बस में 31 लोगों के बैठने की जगह है। परीक्षण के लिए इसे परवानू-कालका मार्ग पर चलाया गया जिसमें उसने 160 किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान बीच में बैटरी चर्जिंग की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने कहा कि अब जल्दी ही शिमला शहर में दूसरा वाणिज्यिक परीक्षण किया जाएगा।
जिंदल ने कहा कि इसकी सफलता से उत्साहित होकर हिमाचल राज्य ने 25 बसों की की जगह ऐसी 75 बसों की खरीद का निर्णय किया है। इन बसों का विनिर्माण धारवाड़ संयंत्र में किया जाएगा। वहीं चेचिस और बॉडी गोवा स्थित ऑटोमोबाइल कॉरपोरेशन में बनाया जाएगा। टाटा ने 9 मीटर वाली बस की कीमत 1.6 करोड़ और 12 मीटर वाली की 2 करोड़ रुपए रखी है। बस की कीमत अशोक लेलैंड की ई-बसों के आसपास है। अशोक लेलैंड ने अक्टूबर में सर्किट सीरीज लॉन्च की थी।