नयी दिल्ली। 2019 के अंतिम महीने दिसंबर में वाहन ग्राहकों को दिए गए खास डिस्काउंट ऑफर भी वाहनों की बिक्री बढ़ाने में नाकाम रहे। टाटा मोटर्स की घरेलू बाजार में बिक्री दिसंबर 2019 में 12 प्रतिशत घटकर 44,254 इकाई रह गई। एक साल पहले समान महीने में कंपनी ने घरेलू बाजार में 50,440 वाहन बेचे थे। कंपनी ने बयान में कहा कि दिसंबर में उसकी कुल यात्री वाहन बिक्री 10 प्रतिशत घटकर 12,785 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 14,260 इकाई थी।
टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन कारोबार इकाई) मयंक पारीक ने कहा कि दिसंबर में हमारा ध्यान खुदरा बिक्री को आगे बढ़ाने और स्टॉक को न्यूनतम करने पर रहा जिससे भारत चरण-छह (बीएस-छह) की ओर सुगम तरीके से जा सकें। समीक्षाधीन महीने में टाटा मोटर्स की वाणिज्यिक वाहन बिक्री 15 प्रतिशत घटकर 34,082 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 40,015 इकाई थी।
बता दें कि ऑटो सेक्टर में लगातार सुस्ती जारी है। पिछले 5 से 6 महीनों के वाहन बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालें तो यात्री और वाणिज्यिक सभी तरह के वाहनों की बिक्री में कटौती देखने को मिली है। हालांकि कुछ बड़ी वाहन निर्माता कंपनियों के निर्यात में बढ़ोतरी देखने को मिली है। वाहन बनाने वाली कंपनियों के संगठन सियाम ने लगातार घटती वाहनों की बिक्री को लेकर चिंतित है और सरकार से प्रोत्साहन पैकेज की गुहार लगा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर को रफ्तार देने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। सियाम पिछले कई समय से सरकार से वाहनों की लागत को कम करने के लिए जीएसटी दर को 28 से घटाकर 18 प्रतिशत करने का अनुरोध कर रहा है।