नई दिल्ली। सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन और टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन ने भारत में 2020 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल पेश करने के लिए एक संयुक्त उपक्रम बनाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के मुताबिक, सुजुकी टोयोटा के टेक्नीकल सपोर्ट के साथ भारतीय बाजार के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का निमार्ण करेगी। कुछ इलेक्ट्रिक व्हीकल टोयोटा को भी आपूर्ति किए जाएंगे।
इस तरह सुजुकी और टोयोटा के इलेक्ट्रिक वाहन देखने में तो लगभग एक जैसे होंगे लेकिन इनके ब्रांड नाम और कुछ स्टाइल अलग-अलग होंगे। कार के विकास और निर्माण के अलावा सुजुकी और टोयोटा मिलकर भारत में इलेक्ट्रिक कार की स्वीकार्यता की आवश्यकताओं को समझने के लिए एक संयुक्त अध्ययन भी करेंगी। इसमें चार्जिंग स्टेशन की स्थापना के साथ ही साथ सर्विस सेंटर्स पर सर्विस टेक्नीशियंस को ट्रेनिंग देने जैसे मुद्दे शामिल होंगे। दोनों कंपनियां बेकार हो चुकी बैटरियों को डिस्पोज करने के व्यवाहरिक रास्ते की भी खोज करेंगी।
सुजुकी ने अपने गुजरात स्थित नए प्लांट में लीथियम आयन बैटरी संयंत्र स्थापित करने की इच्छा जताई है। दोनों कंपनियों के बीच हुए इस समझौते में यह भी कहा गया है कि अन्य उपकरण जैसे इलेक्ट्रिक मोटर का स्थानीय वेंडर्स से खरीदा जाएगा। स्थानीय वेंडर्स से खरीदारी करने से दोनों कंपनियों को अपने उत्पाद की लागत कम रखने में मदद मिलेगी।
दोनों जापानी कंपनियों ने 6 फरवरी 2017 को बिजनेस पार्टनशिप की घोषणा की थी और यह भारत के लिए संयुक्त उपक्रम इलेक्ट्रिक व्हीकल की पहली घोषणा है। पिछले कई सालों से मारुति सुजुकी भारतीय बाजार में प्रमुख खिलाड़ी है। टोयोटा के टेक्नीकल विशेषज्ञता की मदद से दोनों कंपनिया किफायती दाम पर भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च कर पाएंगी।