नई दिल्ली। फॉक्सवैगन समूह की कंपनी स्कॉडा ऑटो ने सोमवार को अपने 'इंडिया-2.0' प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इस प्रोजेक्ट के लिए जर्मनी के दिग्गज समूह फॉक्सवैगन की ओर से भारत में एक अरब यूरो का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना के तहत स्कॉडा ऑटो और फॉक्सवैगन साथ मिलकर भारतीय बाजार के लिए नए मॉडल विकसित करेंगे।
स्कॉडा ऑटो के सीईओ बर्नार्ड मायर तथा स्कॉडा ऑटो इंडिया प्राइवेट के प्रबंध निदेशक गुरप्रताप बोपाराय ने कहा कि इस परियोजना के हिस्से के रूप में सबसे पहले मध्य-आकार के एसयूवी मॉडल का विकास होगा और ये नई एसयूवी 2020 तक बाजार में आएंगी। आगे से स्कॉडा जितने भी नए नए उत्पाद भारतीय बाजार में उतारेगा उनका तकनीकी विकास भारत में ही होगा।
मायर तथा बोपाराय 'इंडिया 2.0' परियोजना के विवरणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आने वाले समय में भारतीय बाजार में फॉक्सवैगन समूह के योजनाबद्ध मॉडल अभियान के संचालन की जिम्मेदारी स्कॉडा ऑटो की होगी। फॉक्सवैगन समूह मुख्य रूप से वर्ष 2019 से वर्ष 2021 के बीच परियोजना के कार्यान्वयन की दिशा में एक अरब यूरो का निवेश करेगा।
वर्तमान में भारतीय उपमहाद्वीप में स्कॉडा ऑटो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चार मॉडलों की पेशकश करता है : ऑक्टाविया, सुपर्ब, रैपिड और हाल ही में शामिल कोडीक्यू, जिसे अक्टूबर 2017 में लॉन्च किया गया था। रैपिड का निर्माण पुणे संयंत्र में किया जाता है, जबकि ऑक्टाविया, सुपर्ब और कोडीक्यू मॉडल का निर्माण औरंगाबाद संयंत्र में किया जाता है, जहां कंपनी का मुख्यालय स्थित है। भारत में स्कॉडा वाहनों को 70 डीलरशिप के जरिये बेचा जाता है और ग्राहकों के लिए 70 सर्विस सेंटर उपलब्ध हैं।